बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के मद्देनजर डेविड वार्नर ने संन्यास से वापसी के दिए संकेत, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज रहे डेविड वार्नर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को पहले ही अलविदा कह चुके हैं।
संन्यास लेने के बावजूद उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ होने वाली बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में खेलने की इच्छा जताई है।
उन्होंने कहा कि अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम को उनकी जरूरत पड़ती है तो वह भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलने के लिए उपलब्ध होंगे।
आइए इस खबर पर एक नजर डालते हैं।
सलामी
ऑस्ट्रेलियाई टीम प्रबंधन को है सलामी बल्लेबाज की तलाश
वार्नर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता और टीम प्रबंधन उस्मान ख्वाजा के लिए सलामी जोड़ीदार की तलाश कर रहे हैं।
दरअसल, अक्टूबर की शुरुआत में चयन समिति के प्रमुख जॉर्ज बेली ने पुष्टि की थी कि स्टीव स्मिथ अब ओपनिंग नहीं करेंगे और अपने नंबर-4 स्थान पर लौटेंगे।
बता दें कि स्मिथ ने बतौर सलामी बल्लेबाज 4 टेस्ट की 8 पारियों में 28.50 की औसत से 171 रन बनाए हैं।
बयान
अगर ऑस्ट्रेलियाई टीम को मेरी जरूरत पड़ती है तो मैं उपलब्ध हूं- डेविड वार्नर
वार्नर ने कोड स्पोर्ट्स से कहा, "मैं हमेशा उपलब्ध रहता हूं, बस फोन उठाना है। मैं हमेशा गंभीर रहता हूं। ईमानदारी से कहूं तो फरवरी में अपने आखिरी टेस्ट मैच के बाद से खिलाड़ियों ने सिर्फ एक टेस्ट खेला है, इसलिए मेरी तैयारी भी लगभग वैसी ही है। ऐसे में अगर उन्हें इस सीरीज के लिए मेरी जरूरत पड़ती है, तो मैं अगला शील्ड गेम खेलने के लिए बहुत खुश हूं।"
पूर्व बयान
चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने की भी इच्छा जता चुके हैं डेविड वार्नर
वार्नर ने जुलाई में इंस्टाग्राम पर पोस्ट करते हुए चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने की इच्छा जताई थी।
उन्होंने लिखा था, "मैं कुछ समय तक फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा और अगर मेरा चयन हुआ तो मैं चैंपियंस ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया की ओर से खेलने के लिए भी तैयार हूं।"
बता दें कि 19 मार्च, 2025 से चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होनी है। आगामी संस्करण की मेजबानी पाकिस्तान ने करनी है।
करियर
ऐसा रहा था वार्नर का अंतरराष्ट्रीय करियर
2009 में अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने वाले वार्नर ने 110 मैचों में 33.43 की औसत से 3,277 रन बनाए थे।
उन्होंने अपना वनडे करियर ऑस्ट्रेलिया के लिए छठे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में समाप्त किया था। उन्होंने 161 मुकाबलों में 45.30 की औसत और 97.26 की स्ट्राइक रेट से 6,932 रन बनाए थे।
अपने टेस्ट क्रिकेट करियर में उन्होंने 112 मैचों में 44.59 की औसत से 8,786 रन बनाए थे।