टेस्ट क्रिकेट: जानिए कब-कब भारतीय बल्लेबाजों के दोनों पारियों में शतक लगाने के बावजूद टीम हारी
क्या है खबर?
टेस्ट क्रिकेट में बहुत कम ऐसे मैच देखने को मिलते हैं, जिसमें कोई एक बल्लेबाज दोनों पारियों में शतक लगाने में कामयाब होता है।
ऐसे में शतक जड़ने वाले बल्लेबाजों की टीम की जीतने की संभावना बढ़ जाती है।
टेस्ट में अब तक सिर्फ 3 ही ऐसे मौके हुए हैं, जब भारतीय बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में शतक लगाए हैं और इसके बावजूद टीम को शिकस्त मिली है।
आइए उन मैचों के बारे में जानते हैं।
#1
विजय हजारे (बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1948)
विजय हजारे ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ 1948 में खेले गए टेस्ट में दोनों पारियों में शतक लगाए थे।
उन्होंने पहली पारी में 116 रन और दूसरी पारी में 145 रन बनाए थे।
मैच में ऑस्ट्रेलिया ने डॉन ब्रैडमैन के दोहरे शतक (201) की बदौलत अपनी पहली पारी में 674 रन बनाए थे।
जवाब में भारत ने अपनी दोनों पारियों में 381 और 277 के स्कोर किए थे और ऑस्ट्रेलिया ने पारी और 16 रन से मैच जीता था।
#2
विराट कोहली (बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2014)
विराट कोहली ने 2014 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जड़े थे।
कप्तानी करते हुए उन्होंने 115 रन और 141 रन की पारी खेली थी। भारत को उस मैच में 48 रन से शिकस्त मिली थी।
मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दोनों पारियां क्रमशः 517/7 और 290/5 पर घोषित की थी।
भारत ने अपनी पारियों में 444 रन और 315 रन बनाए थे। मुरली विजय दूसरी पारी में शतक (99) बनाने से चूक गए थे।
#3
सुनील गावस्कर (बनाम पाकिस्तान, 1978)
सुनील गावस्कर ने 1978 में पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ कराची टेस्ट की पहली पारी में 111 रन बनाए थे। उनकी बदौलत भारत ने 344 रन बनाए थे।
जवाब में पाकिस्तान ने 481/9 के स्कोर पर अपनी पारी घोषित की थी।
इसके बाद गावस्कर ने दूसरी पारी में भी शतक (137) लगाया और भारत ने दूसरी पारी में 300 रन बनाए।
आखिर में जीत के लिए मिले 164 रन के लक्ष्य को पाकिस्तान ने 2 विकेट खोकर हासिल किए थे।
दोहरा शतक
वीरेंद्र सहवाग के दोहरे शतक के बावजूद भी हारी है भारतीय टीम
वीरेंद्र सहवाग इकलौते ऐसे भारतीय बल्लेबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट में दोहरा शतक लगाया है और भारतीय टीम हारी है।
उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु में खेले गए टेस्ट में अपनी पहली पारी में 201 रन बनाए थे। इसके बाद दूसरी पारी में उन्होंने 38 रन बनाए थे।
पाकिस्तान ने वो मुकाबला 168 रन से जीता था।
दिलचस्प रूप से पाकिस्तान से यूनिस खान ने भी 267 रन की पारी खेली थी।