 
                                                                            IPL में कप्तान के तौर पर कैसा है कार्तिक का प्रदर्शन? पढ़िए आंकड़ों समेत पूरा विश्लेषण
क्या है खबर?
दिनेश कार्तिक भारतीय क्रिकेट के काफी पुराने और अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। पहले सीजन से ही लगातार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में काफी लोकप्रिय रहने वाले कार्तिक 2018 से कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के साथ जुड़े हैं। KKR जाने के साथ ही उन्होंने अपनी लीडरशिप स्किल भी दिखाई और लगातार तीसरे सीजन टीम की कप्तानी के लिए तैयार हैं। एक नजर डालते हैं कार्तिक की कप्तान के तौर पर मजबूती और रिकॉर्ड्स पर।
अनुभव
कार्तिक के पास है कप्तानी का अच्छा अनुभव
35 वर्षीय कार्तिक के पास अनुभव की कोई कमी नहीं है और घरेलू क्रिकेट में वह तमिलनाडु की कप्तानी करते हैं। 2018 से कोलकाता नाइराइडर्स (KKR) से जुड़े कार्तिक 30 मैचों में उनकी कप्तानी कर चुके हैं जिसमें से 15 में उनकी टीम जीती है। कार्तिक इंडिया ए और इंडिया सी जैसी टीमों की कप्तानी भी कर चुके हैं। लगभग डेढ़ दशक से क्रिकेट खेल रहे कार्तिक में लीडरशिप स्किल हैं।
उपलब्धि
कार्तिक के नाम हैं IPL में ये रिकॉर्ड्स
कार्तिक इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने चार अलग-अलग टीमों के लिए 500 से ज्यादा रन बनाए हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स (1,036), मुंबई इंडियंस (748), गुजरात लायंस (698) और कोलकाता नाइटराइडर्स (751) वो टीमें हैं। वह संयुक्त रूप से दूसरे सबसे अधिक छह फ्रेंचाइजियों के लिए खेलने वाले क्रिकेटर हैं। उन्होंने IPL में विकेटकीपर के रूप में सबसे अधिक 101 कैच लिए हैं। एमएस धोनी (132) के बाद कार्तिक (131) दूसरे सबसे अधिक शिकार करने वाले विकेटकीपर हैं।
रिकॉर्ड्स
इस सीजन ये रिकॉर्ड्स बना सकते हैं कार्तिक
KKR के लिए 30 मैचों में 751 रन बना चुके कार्तिक इस सीजन टीम के लिए 1,000 रन बनाने वाले 10वें बल्लेबाज बन सकते हैं। वह टीम के लिए 1,000 रन बनाने वाले केवल दूसरे कप्तान होंगे। कार्तिक ने KKR के लिए 30 मैचों में 25 शिकार किए हैं और वह मनविंदर बिस्ला (30) को पीछे छोड़कर टीम के दूसरे सबसे सफल विकेटकीपर बन सकते हैं। 3,654 रन बना चुके कार्तिक अपने 4,000 रन भी पूरे कर सकते हैं।
खूबी
कप्तान और बल्लेबाज के रूप में कार्तिक की खूबियां
बल्लेबाज के तौर पर कार्तिक टॉप आर्डर से लेकर फिनिशर तक लगातार रोटेट होते रहे हैं। हालांकि, KKR में उन्होंने खुद को फिनिशर ही बनाया है और वह आखिरी में आकर मैच फिनिश करने की कोशिश करते हैं। कप्तान के तौर पर कार्तिक अपनी आदर्श प्लेइंग इलेवन बनाने में कामयाब रहते हैं और उससे ज्यादा छेड़छाड़ नहीं करते हैं। शिवम मावी को लगातार मौके देकर उन्होंने यह भी दिखाया है कि वह युवा खिलाड़ियों पर काफी भरोसा रखते हैं।