UAE में काफी अहम होंगे स्पिन गेंदबाज, जानें कारण
19 सितंबर से यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) में इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की शुरुआत होनी है। लीग के सभी मैच अबु धाबी, दुबई और शारजाह के मैदानों में खेले जाने हैं और तीनो ही जगह की पिच फ्लैट होती हैं। अधिकतर लोगों का मानना है कि इस बार IPL में स्पिनर्स का दबदबा रहेगा। आइए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर क्यों इस बार स्पिनर्स काफी अहम होने वाले हैं।
2014 IPL के UAE मैचों में स्टार रहे थे नरेन
2014 IPL के शुरुआती 20 मैच UAE में खेले गए थे। उस दौरान कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) के सुनील नरेन नौ विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। उनका बेस्ट 4/20 था।
बड़े ग्राउंड भी बनेंगे स्पिनर्स के मददगार
अन्य सभी महत्वपूर्ण कारकों के बीच UAE के मैदानों का साइज भी महत्वपूर्ण फैक्टर होगा। UAE में लगभग सभी ग्राउंड की बाउंड्री बड़ी है और भारत में इसके मुकाबले बाउंड्री छोटी रहती हैं। तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनकी गति के कारण शॉट लगाना बल्लेबाजों के लिए आसान होगा। हालांकि, स्पिनर्स के खिलाफ सही टाइमिंग और पूरी ताकत लगाकर बाउंड्री क्रॉस करने में बल्लेबाजों को दिक्कत होने वाली है।
2014 से स्पिनर्स ने लिए हैं सबसे अधिक टी-20 विकेट
2014 IPL की समाप्ति के बाद से टी-20 इंटरनेशनल में स्पिनर्स ने ही सबसे अधिक विकेट लिए हैं। सबसे अधिक विकेट लेने वाले टॉप-6 में शामिल चार गेंदबाज तो स्पिनर ही हैं। अफगानिस्तान के राशिद खान ने 89 विकेट लेकर इस तालिका में पहला स्थान हासिल किया है। उनके बाद जसप्रीत बुमराह (59), मुस्तफिजुर रहमान (58), युजवेंद्र चहल (55), ईश सोढ़ी (53) और मिचेल सैंटनर (52) का नंबर आता है।
IPL में भी अपनी छाप छोड़ रहे हैं स्पिनर्स
पिछले दो IPL सीजन में स्पिनर्स ने छाप छोड़ी है। पिछले सीजन इमरान ताहिर (26) ने पर्पल कैप अपने नाम किया था तो वहीं राशिद 2018 में 21 विकेट लेकर दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे थे।
इस बार उतरेगी स्पिनर्स की अच्छी फौज
IPL के 13वें संस्करण में स्पिनर्स की अच्छी फौज उतरने वाली है। रविचंद्र अश्विन, हरभजन सिंह और मुजीब उर रहमान जैसे मार्की ऑफ-स्पिनर्स अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश करेंगे। हालांकि, लेग-स्पिनर्स पर सभी की निगाहें होंगी जो UAE में अपना धमाल मचा सकते हैं। अमित मिश्रा, युजवेंद्र चहल, श्रेयस गोपाल, राहुल चहर, रवि बिश्नोई, इमरान ताहिर, राशिद खान और मयंक मार्कंडे जैसे गेंदबाजों के रूप में लेग-स्पिनर्स की अच्छी संख्या है।