टेस्ट चैंपियनशिप: बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल करा पाना नहीं हो सकती वास्तविकता- ICC
क्या है खबर?
भारतीय हेडकोच रवि शास्त्री ने हाल ही में कहा था कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का चैंपियन खोजने के लिए तीन मैचों की सीरीज (बेस्ट ऑफ थ्री) का फाइनल कराया जाना चाहिए।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने अब साफ कर दिया है कि बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल करा पाना वास्तविकता नहीं हो सकती है। उन्होंने इसके पीछे लगातार टीमों के व्यस्त रहने वाले कैलेंडर का उदाहरण भी पेश किया है।
बयान
टीमों के लिए ब्लॉक नहीं कर सकते एक महीने- ICC CEO
ICC के अंतरिम CEO ज्यॉफ अलर्डिस ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर काफी व्यस्त होने के कारण पूरा एक महीने नहीं इस्तेमाल किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के शेड्यूल की सच्चाई यही है कि हम इसका एक महीना ब्लॉक नहीं कर सकते हैं। फाइनल के लिए हम टीमों के एक महीने का इंतजार नहीं करा सकते हैं। इसीलिए हमने एक मैच का फाइनल कराने का निर्णय लिया था।"
मांग
शास्त्री ने की थी बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल्स की मांग
भारतीय टीम के हेडकोच रवि शास्त्री ने कहा था कि टेस्ट चैंपियनशिप का चैंपियन पाने के लिए तीन मैचों की सीरीज कराई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा था, "लंबे समय के लिए यदि वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के साथ आगे बढ़ना चाहते हैं, तो बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल उपयुक्त होगा। विश्व भर में क्रिकेट के ढाई साल के बाद बेस्ट ऑफ थ्री सीरीज के जरिए विजेता का फैसला कर पाना सही रहेगा।
प्वाइंट सिस्टम
दूसरे संस्करण में बदला जाएगा प्वाइंट सिस्टम
वर्तमान संस्करण में एक सीरीज के लिए अधिकतम 120 प्वाइंट्स थे। दूसरे संस्करण में सीरीज की बजाय टीमों को प्रति मैच के हिसाब से प्वाइंट दिए जाएंगे।
एलर्डिस ने कहा, "हम प्रति टेस्ट के हिसाब से प्वाइंट्स को फिक्स कर सकते हैं तो इससे फर्क नहीं पड़ेगा कि सीरीज दो मैचों की है या फिर पांच मैचों की। ऐसा करने से हर टेस्ट मैच के लिए प्वाइंट्स एक बराबर होंगे। हालांकि, सभी टीमों को अंक प्रतिशत से ही आंका जाएगा।"
पहला फाइनल
18 जून से खेला जाएगा टेस्ट चैंपियनशिप का पहला फाइनल
भारत और न्यूजीलैंड इस प्रतियोगिता का पहला फाइनल खेलने के लिए तैयार हैं। न्यूजीलैंड ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज समाप्त की है तो वहीं भारतीय खिलाड़ियों ने आपस में मैच खेला है।
फाइनल मैच की शुरुआत 18 जून से होगी और इसके लिए एक रिजर्व डे भी रखा गया है। मैच साउथहैम्पटन में खेला जाएगा और पिच पर गति और उछाल देखने को मिलेगी।