इंग्लैंड से हार के बावजूद भी WTC के फाइनल में पहुंच सकता है भारत, जानिए कैसे
भारत और इंग्लैंड के बीच 4 मार्च से शुरु होने वाला आखिरी मैच वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल का टिकट हासिल करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। भारतीय टीम चौथा टेस्ट जीत जाती है या मैच ड्रा रहता है तो सीधे WTC के फाइनल में पहुंच जाएगी, भारत के हारने पर ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंचेगी। हालांकि, अब एक ऐसी स्थिति भी बनती दिख रही है कि हार के बावजूद भी भारत WTC के फाइनल में पहुंच सकती है।
हार के बावजूद भी WTC के फाइनल में पहुंच जाएगा भारत
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया ने पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका का टेस्ट दौरा कोरोना वायरस का हवाला देते हुए स्थगित कर दिया था, जो कि WTC के अंतर्गत खेला जाना था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट (CSA) ने ICC से इसकी शिकायत कर आर्थिक मुआवजे की मांग भी की थी। सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड के मुताबिक अगर ICC सजा के तौर पर ऑस्ट्रेलिया के WTC के अंको में कटौती करती है तो भारत आखिरी टेस्ट हारकर भी फाइनल में जगह बना लेगा।
ऐसी है CSA की मांग
ऑस्ट्रेलिया द्वारा स्थगित किए दौरे पर WTC के 120 अंक दांव पर लगने थे। दक्षिण अफ्रीका ने ICC से मुआवजे के अलावा WTC के अंक की भी मांग की। ये फैसला CSA के पक्ष में जाएगा तो ऑस्ट्रेलिया के WTC की संभावनाएं खत्म हो जाएंगी।
ऐसी है WTC की मौजूदा स्थिति
WTC की अंक तालिका में इस समय भारतीय टीम 71 प्रतिशत अंको के साथ शीर्ष पर कायम है। भारत ने WTC के अंतर्गत अब तक 11 मैच जीत लिए हैं जबकि चार में टीम को हार मिली है। वहीं दूसरे पायदान पर 70 प्रतिशत अंको के साथ न्यूजीलैंड की टीम है, जिन्होंने WTC के अंतर्गत सात मैच जीते हैं। न्यूजीलैंड पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी है। ऑस्ट्रेलिया 69.2 प्रतिशत अंको के साथ तीसरे स्थान पर है।
फाइनल में जाने के लिए भारत को हार से बचना होगा
71 प्रतिशत अंक रखने वाली भारतीय टीम को टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जाने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम टेस्ट में हार से बचना होगा। यदि भारतीय टीम 4 मार्च से शुरू होने वाला आखिरी मुकाबला ड्रॉ भी कराती है तो भी उन्हें फाइनल का टिकट मिल जाएगा। हालांकि, यदि भारत ने अंतिम टेस्ट गंवाया तो इसका सीधा लाभ ऑस्ट्रेलिया को मिलेगा और वे फाइनल में पहुंच सकते हैं।
इंग्लैंड हो चुकी है फाइनल की रेस से बाहर
भारतीय दौरे पर चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने आई इंग्लैंड को टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलने के लिए इस सीरीज को 3-1 के अंतर से जीतना था। यदि वे ऐसा कर ले जाते तो फिर फाइनल में उनकी जगह पक्की थी। पहला टेस्ट जीतकर इंग्लैंड ने उम्मीद भी जगाई थी, लेकिन अगले दो टेस्ट में उन्होंने भारत के सामने पूरी तरह सरेंडर कर दिया और दोनों मैच बुरी तरह गंवाए।