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26 Mar 2019
मांकड़ आउट विवाद पर BCCI का बयान, 'अश्विन को खेल की मर्यादा बनाए रखनी चाहिए थी'
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IPL के 12वें सीज़न में बीते सोमवार को किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स के बीच मैच में जोस बटलर मांकड़ आउट हुए।
दरअसल, अश्विन जब गेंदबाज़ी करने जा रहे थे, तब नॉन-स्ट्राइक एंड पर खड़े बटलर क्रीज़ से बाहर निकल गए, तभी अश्विन ने उन्हें रन आउट कर दिया।
इसके बाद से क्रिकेट जगत में अश्विन की जमकर आलोचना हो रही है। लेकिन इन सब के बीच BCCI ने इसको लेकर बड़ा बयान दिया है।
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बयान
मैच अधिकारी इस मुद्दे से निपटने में विफल रहे- BCCI
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BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बल्लेबाज़ों को आउट करने के लिए मैदान पर केवल कौशल का उपयोग किया जाना चाहिए और यह देखने वालों को सही संदेश देता है।
आगे उन्होंने कहा, "मैच अधिकारी इस मुद्दे से निपटने में विफल रहे हैं। क्रिकेट के नियमों के मुताबिक बटलर को वहां रुकना नहीं चाहिए था। अश्विन को क्रिकेट के कानून और खेल की भावना, दोनों का ध्यान रखना चाहिए था।"
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बातचीत
इस तरह आउट करना पीठ पे छुरा मारने के समान है- BCCI अधिकारी
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BCCI अधिकारी ने कहा, "एक खिलाड़ी को क्रिकेट स्किल्स से विकेट लेना चाहिए, न कि धोखे से। अगर बल्लेबाज़ फायदा उठा रहा है तो उससे सही से निपटे।"
आगे उन्होंने कहा, "क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा बहुत अच्छी चीज़ है। लेकिन इसके मानकों को ध्यान में रखना चाहिए।"
BCCI के एक अन्य अधिकारी ने कहा, "ये चीज़ें खिलाड़ी की लोकप्रियता को प्रभावित करती हैं। इस तरह आउट करना पीठ पे छुरा मारने के समान है। इसलिए इसकी हमेशा आलोचना होगी।"
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क्या आप जानते हैं?
मांकड़ आउट पर ICC का नियम
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ICC के क्रिकेट के नियमों के मुताबिक, अगर बल्लेबाज़, गेंदबाज़ के फॉलोथ्रू यानी उसके गेंद रिलीज़ करने से पहले ही क्रीज़ छोड़ देता है तो गेंदबाज़ उसे बिना चेतावनी दिए रन आउट कर सकता है।
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बातचीत
नियमों के मुताबिक मैं सही था- अश्विन
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मैच के बाद जब अश्विन से इस घटना पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "इस पर कोई बहस नहीं होनी चाहिए। मैंने गेंद फेंकने की शुरुआत भी नहीं की थी और बटलर ने क्रीज़ छोड़ दी। ऐसे में फैसला पूरी तरह से मेरे हाथ में था।"
आगे उन्होंने कहा, "हम उसमें सही साबित हुए, क्योंकि ये चीज़े मैच पलटने वाली होती हैं। बल्लेबाजों को ऐसी स्थिति में संभलकर रहना चाहिए। यहां खेल भावना को कोई लेना-देना ही नहीं है।"
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घटनाएं
इन मैचों में टीमों ने मांकड़ आउट नहीं लिया
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1987 विश्व कप के ग्रुप मैच में वेस्टइंडीज़ के कर्टनी वाल्श ने पाकिस्तान के आखिरी खिलाड़ी सलीम जाफर को मांकड़ आउट लेने से मना कर दिया था।
2003 में मुल्तान में पाकिस्तान के उमर गुल को भी बांग्लादेश के मोहम्मद रफीक ने मांकड़ आउट नहीं किया था।
2012 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज़ में आर अश्विन ने श्रीलंका के लाहिरू थिरिमाने के खिलाफ मांकड़ आउट की अपील की थी, लेकिन कप्तान सहवाग ने उन्हें आउट लेने से मना कर दिया था।