अजिंक्य रहाणे 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' का शिकार होने के बाद दोबारा बल्लेबाजी करने लौटे, जानिए कैसे
रणजी ट्रॉफी 2024 के 7वें चरण में मुंबई क्रिकेट टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे असम क्रिकेट टीम के खिलाफ दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' (फील्डिंग में बाधा पहुंचाने) का शिकार हो गए। यह रहाणे के 16 साल के प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में पहला मौका था, जब उन्हें इस तरह से आउट करार दिया गया। हालांकि, विरोधी टीम की ओर से अपील वापस लेने के बाद उन्हें दोबारा बल्लेबाजी करने का मौका मिल गया। आइए पूरा मामला जानते हैं।
रहाणे को कैसे दिया गया आउट?
चायकाल से पहले में मुंबई का स्कोर 102/4 था। रहाणे (18) क्रीज पर मौजूद थे। उन्होंने दिबाकर जौहरी की गेंद को मिड-ऑन पर खेलकर रन चुराने का प्रयास किया, लेकिन उनके साथ शिवम दुबे ने मना कर दिया। ऐसे में रहाणे को वापस लौटना पड़ा। उसी दौरान कप्तान डेनिश दास ने कीपर को थ्रो फेंका तो गेंद के रास्ते में रहाणे आ गए। इस पर खिलाड़ियों ने अपील की और अंपायर्स से रहाणे को 'ऑब्सट्रक्टिंग द फील्ड' आउट दे दिया।
असम ने वापस ली अपील, दोबारा खेलने लौटे रहाणे
इस घटना के बाद चायकाल घोषित कर दिया गया और दोनों टीम ड्रेसिंग रूम में चली गई। उसके बाद असम ने अपील वापस लेने का निर्णय किया और अंपायर्स को जानकारी दे दी, जिससे अंपायर्स ने रहाणे को दोबारा बल्लेबाजी करने का मौका दे दिया। नियम के अनुसार, किसी खिलाड़ी के आउट होने के बाद अगली गेंद होने से पहली यदि विरोधी टीम अपील वापस लेती है और अंपायर्स उसे स्वीकार करते हैं, तो खिलाड़ी दोबारा बल्लेबाजी कर सकता है।
जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके रहाणे
रहाणे असम क्रिकेट टीम के अपील वापस लेने से मिले जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके। वह चायकाल के बाद केवल 4 ओवर तक क्रीज पर डटे और आखिर में दिबाकर ने उन्हें बोल्ड कर पवेलियन लौटा दिया। वह जीवनदान के बाद केवल 17 गेंदे ही खेल सके और 69 गेंदों में 22 की छोटी पारी खेलकर आउट हो गए। रहाणे ने अपनी में 3 चौके जमाए। उन्होंने दुबे के साथ 5वें विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी निभाई।
रहाणे के लिए निराशजनक रहा है अब तक का सीजन
रहाणे के लिए यह रणजी ट्रॉफी सीजन अब तक निराशाजनक रहा है। वह अब तक 8 पारियों में महज 16 की औसत से सिर्फ 112 रन बनाने में कामयाब रहे हैं। इस दौरान वह चोट के कारण 2 मुकाबले नहीं खेल पाए थे।
कैसा रहा है रहाणे का प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर?
रहाणे ने साल 2007 में कराची अरबन के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी करियर का आगाज किया था। वह 185 मैच की 313 पारियों में 46.29 की औसत से 13,123 रन बनाने में कामयाब रहे हैं। इस दौरान उन्होंने 39 शतक और 56 अर्धशतक जड़े हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 265* रन रहा है। वह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 85 टेस्ट में 5,077 रन, 90 वनडे में 2,962 रन और 20 टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 375 रन बनाने में कामयाब रहे हैं।