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टेस्ट क्रिकेट इतिहास में जब स्कोर हुआ लेवल और टाई हुए मैच

टेस्ट क्रिकेट इतिहास में जब स्कोर हुआ लेवल और टाई हुए मैच

लेखन Neeraj Pandey
Jul 24, 2020
08:00 am

क्या है खबर?

लिमिटेड ओवर्स की क्रिकेट में यदि दोनों टीमें समान स्कोर बनाती हैं तो मैच टाई रहता है। टेस्ट क्रिकेट में जीत, हार और ड्रॉ तो खूब देखने को मिलते हैं, लेकिन टाई मैच देखना बेहद दुर्लभ रहता है। यदि कोई टीम चौथी पारी में मिले लक्ष्य को पार नहीं कर पाती है और पहली टीम द्वारा बनाए गए रन ही बना पाती है तो टेस्ट टाई रहता है। एक नजर डालते हैं टेस्ट इतिहास में टाई रहे मैचों पर।

#1

1960 में खेला गया था पहला टाई मैच

दिसंबर 1960 में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए टेस्ट की पहली पारी में वेस्टइंडीज ने 453 और ऑस्ट्रेलिया ने 505 रन बनाए। वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में 284 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को 233 रनों का लक्ष्य दिया। आठ गेंदों के ओवर वाले मैच के अंतिम ओवर में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए पांच रन चाहिए थे और उनके तीन विकेट शेष थे। दो रन आउट और एक कैच के साथ वेस्टइंडीज ने उन्हें 232 पर ही रोक दिया।

#2

1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने खेला टाई

1986 में ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेले गए टेस्ट की पहली पारी ऑस्ट्रेलिया ने 574/7 पर घोषित की जिसके जवाब में भारत पहली पारी में 397 रन बना सका। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी 170/5 पर घोषित करके भारत को 348 का लक्ष्य दिया। आखिरी ओवर में भारत को चार रन चाहिए थे और केवल एक विकेट शेष था। पहली तीन गेंदों पर ही स्कोर बराबर हो गया, लेकिन पांचवीं गेंद पर भारत ने अपना अंतिम विकेट गंवा दिया।

क्या आप जानते हैं?

स्कोर लेवल होने के बावजूद ड्रॉ रहने वाले मैच

आगे बताए गए दो टेस्ट ऐसे हैं जिनमें स्कोर लेवल होने के बाद अंतिम दिन का समय समाप्त हो गया, लेकिन बल्लेबाजी टीम के विकेट शेष थे। इन मैचों को टाई की बजाय ड्रॉ में गिना जाता है।

#3

जिम्बाब्वे और इंग्लैंड के बीच खेले गए मैच का स्कोर रहा लेवल

जिम्बाब्वे और इंग्लैंड के बीच 1996 में खेले गए टेस्ट में जिम्बाब्वे ने पहली पारी में 376 और इंग्लैंड ने 406 रन बनाए। दूसरी पारी में जिम्बाब्वे ने 234 रन बनाए और इंग्लैंड को 205 का लक्ष्य मिला। लक्ष्य का पीछा कर रही इंग्लैंड को आखिरी गेंद पर जीत के लिए तीन रन चाहिए थे और तीन रन लेने की कोशिश में निक नाइट रन आउट हो गए। दो रन पूरे हो जाने के कारण स्कोर लेवल हो गया था।

#4

एक विकेट शेष रहने के बावजूद स्कोर ही लेवल कर सका भारत

2011 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए मैच की पहली पारी में वेस्टइंडीज ने 590 और भारत ने 482 रन बनाए। दूसरी पारी में 134 रन पर सिमटी वेस्टइंडीज ने भारत को 243 रनों का लक्ष्य दिया। आखिरी गेंद पर दो रनों की जरूरत होने पर रविचंद्रन अश्विन दो रन लेने के प्रयास में रन आउट हो गए और स्कोर लेवल हो गया। भारत का एक विकेट शेष ही रहा और मैच ड्रॉ हो गया।