
वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में भारतीय गेंदबाजों के 5 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट टीम और वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम के बीच 12 जुलाई से टेस्ट सीरीज का आगाज हो रहा है। यह सीरीज दोनों देशों के लिए अहम है।
भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के बाद पहली बार टेस्ट क्रिकेट खेलती नजर आएगी।
मोहम्मद सिराज, मुकेश कुमार, नवदीप सैनी जैसे युवा तेज गेंदबाज इस सीरीज में खेलते नजर आएंगे। मोहम्मद शमी इस सीरीज का हिस्सा नहीं हैं।
ऐसे में आइए भारतीय गेंदबाजों के 5 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर नजर डालते हैं।
#1
कपिल देव- 9/83
साल 1983 में वेस्टइंडीज की टीम भारत के दौरे पर आई थी। उस सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच अहमदाबाद में खेला गया था।
उस मुकाबले में वेस्टइंडीज की दूसरी पारी 201 रन पर खत्म हो गई थी।
उस दौरान टीम के कप्तान कपिल देव ने घातक गेंदबाजी करते हुए 9 विकेट झटके थे।
उन्होंने 30.3 ओवर गेंदबाजी की थी और 6 मेडन के साथ 83 रन खर्च किए थे। इसके बावजूद भारतीय टीम को 138 रन से हार मिली थी।
#2
सुभाष गुप्ते- 9/102
साल 1958 में भारत काफी कमजोर टीम मानी जाती थी। वेस्टइंडीज उस समय सबसे ताकतवर टीमों में से एक थी।
कानपुर में दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था और पहली पारी में वेस्टइंडीज 222 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
स्पिन गेंदबाज सुभाष गुप्ते ने 34.3 ओवर में 102 रन दिए थे और वेस्टइंडीज के 9 विकेट झटके थे। उनके इस कमाल के प्रदर्शन के बावजूद वेस्टइंडीज ने 203 रन से मुकाबला जीत लिया था।
#3
नरेंद्र हिरवानी- 8/61
साल 1988 में वेस्टइंडीज भारत के दौरे पर आई थी। इस दौरान सीरीज का चौथा टेस्ट मैच चेन्नई में खेला गया था।
उस मुकाबले को भारत ने 255 रनों से जीता था। इस जीत में नरेंद्र हिरवानी का योगदान कमाल का था। वेस्टइंडीज की पहली पारी सिर्फ 184 रन पर खत्म हो गई थी।
हिरवानी ने इस पारी में 8 विकेट झटके थे। उन्होंने 18.3 ओवर गेंदबाजी की थी और 3 मेडन ओवर के साथ 61 रन दिए थे।
#4
रविचंद्रन अश्विन- 7/83
साल 2016 में भारती टीम वेस्टइंडीज के दौरे पर गई थी। उस सीरीज के दौरान भारत ने धमाकेदार प्रदर्शन किया था।
पहले टेस्ट में टीम को पारी और 92 रन से जीत मिली थी। मैच की पहली पारी में भारत ने 566 रन बना दिए थे। रविचंद्रन अश्विन ने इस दौरान 113 रन की पारी खेली थी।
दूसरी पारी में उन्होंने गेंदबाजी में कमाल किया और 25 ओवर में 8 मेडन ओवर के साथ 83 रन देकर 7 विकेट लिए।
#5
हरभजन सिंह- 7/48
साल 2002 में वेस्टइंडीज की टीम भारत के दौरे पर आई थी। सीरीज का पहला टेस्ट मैच वानखेड़े स्टेडियम मुंबई में खेला गया था।
पहले टेस्ट में भारतीय टीम को पारी और 112 रन से जीत मिली थी।
उस मुकाबले में वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में हरभजन सिंह ने अपनी फिरकी गेंदों से बल्लेबाजों को काफी परेशान किया था।
उन्होंने 28.3 ओवर गेंदबाजी की और 12 मेडन ओवर के साथ 48 रन दिए और 7 विकेट झटके थे।