यूट्यूब में आए तीन नए फीचर्स, स्पैम कॉमेंट्स और फेक अकाउंट्स पर लगेगी लगाम
लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब स्पैम कॉमेंट्स और नकली अकाउंट्स पर रोक लगाने के लिए कई नए फीचर्स पर काम कर रही है। साथ ही प्लेटफॉर्म अब चैनल्स के लिए उनका सब्सक्राइबर काउंट छुपाने का विकल्प भी हटाने जा रहा है। कंपनी ने कहा है कि इस तरह नकली अकाउंट्स क्रिएटर्स की पहचान के साथ प्लेटफॉर्म पर कॉमेंट्स नहीं कर पाएंगे। यूट्यूब एक नई कॉमेंट मॉडरेशन सेटिंग्स भी लेकर आई है।
कंपनी ने दी तीन फीचर्स की जानकारी
यूट्यूब ने एक आधिकारिक कम्युनिटी पोस्ट में तीन नए फीचर्स की घोषणा की है, जो स्पैम कॉमेंट्स और नकली अकाउंट्स से जुड़ी परेशानी से निपटेंगे। 29 जुलाई, 2022 के बाद क्रिएटर्स को उनके चैनल्स के सब्सकाइबर्स की संख्या छुपाने का विकल्प नहीं मिलेगा। कंपनी का मानना है कि इस बदलाव के बाद लोकप्रिय चैनल्स की पहचान चुराने वाले नकली अकाउंट्स की मुश्किलें बढ़ेंगी। अभी चैनल्स तय कर सकते हैं कि उनके सब्सक्राइबर्स की संख्या सभी को दिखेगी या नहीं।
इसलिए किया गया सब्सक्राइबर काउंट से जुड़ा बदलाव
यूट्यूब ने कहा, "हमने देखा है कि नकली अकाउंट्स बनाने वाले अपने सब्सक्राइबर काउंट्स छुपाकर बड़े चैनल्स का नाम इस्तेमाल करते हैं और कॉमेंट्स करते हैं, जिससे ज्यादा यूजर्स उनके चैनल पेज तक पहुंचें।" प्लेटफॉर्म ने माना कि कुछ क्रिएटर्स अपनी ऑडियंस तैयार करने के लिए सब्सक्राइबर्स की संख्या छुपाते हैं और सब्सक्राइबर काउंट छुपाने वाले सभी चैनल्स गलत नहीं हैं, लेकिन यह फैसला कम्युनिटी को सुरक्षित बनाने के मकसद से लिया गया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
यूट्यूब पिछले एक दशक में दुनिया की सबसे ज्यादा बार डाउनलोड और इस्तेमाल होने वाली ऐप बन गई है। दुनिया की कुल आबादी करीब 7.9 अरब है और यूट्यूब ऐप को 10 अरब से ज्यादा बार एंड्रॉयड यूजर्स ने डाउनलोड किया है।
नई क्रिएटर कॉमेंट मॉडरेशन सेटिंग्स
वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म ने यूट्यूब स्टूडियो में क्रिएटर्स के लिए बेहतर क्रिएटर कॉमेंट मॉडरेशन सेटिंग्स शामिल की हैं। इन मॉडरेशन सेटिंग्स के साथ क्रिएटर्स 'हेल्ड फॉर रिव्यू' टैब के लिए कड़ाई बढ़ा सकते हैं, जिसके बाद आपत्तिजनक कॉमेंट्स पब्लिश होने से पहले रिव्यू के लिए रखे जाएंगे। वैकल्पिक फीचर के साथ स्पैम और आइडेंटिटी अब्यूज कॉमेंट्स को फिल्टर करना आसान हो जाएगा। बता दें, यूजर्स को भद्दे कॉमेंट्स फिल्टर करने का विकल्प अभी भी मिलता है।
स्पेशल कैरेक्टर्स के इस्तेमाल से जुड़ी सीमाएं
पहले देखने को मिल चुका है कि नकली अकाउंट्स बनाने वाले स्कैमर्स अपने नाम को असली चैनल जैसा लिखने के लिए स्पेशल कैरेक्टर्स की मदद लेते हैं। कंपनी ने चैनल के नाम में इस्तेमाल होने वाले स्पेशल कैरेक्टर्स की लिमिट में बदलाव किया है। यूट्यूब ने साफ किया है कि नए चैनल को उसका नाम किसी मौजूदा लोकप्रिय चैनल की तरह बनाने का विकल्प नहीं दिया जाएगा और ऐसा करने पर कार्रवाई होगी।
यूट्यूब गो ऐप बंद करने जा रही है कंपनी
गूगल साल 2016 में लॉन्च किए गए मेन यूट्यूब ऐप के स्लिम्ड वर्जन यूट्यूब गो को बंद करने जा रही है। नए अपडेट में गूगल ने घोषणा की है कि अगस्त महीने से यूट्यूब गो ऐप यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं होगी। बता दें, यूट्यूब गो कंपनी की लोकप्रिय वीडियो शेयरिंग सेवा यूट्यूब की ऐप का लाइट वर्जन है। यूट्यूब गो को खास तौर से कमजोर कनेक्टिविटी और लो-एंड मोबाइल फोन्स के लिए डिवेलप किया गया था।