क्या भारत में 4G के मुकाबले महंगे होंगे 5G प्लान्स?
भारत में मंगलवार को 5G स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी शुरू हुई, जिसमें रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया (Vi) और अडाणी इंटरप्राइजेस ने हिस्सा लिया। नीलामी खत्म होने और स्पेक्ट्रम्स मिलने के बाद अगले कुछ महीनों में 5G रोलआउट शुरू हो जाएगा। इंटरनेट यूजर्स के मन में यह सवाल लंबे वक्त से है कि क्या 5G प्लान्स की कीमत मौजूदा 4G प्लान्स के मुकाबले ज्यादा होगी। हालांकि, अब तक मिले संकेतों में इनके महंगे होने की बात सामने नहीं आई है।
4G और 5G प्लान की कीमत में ज्यादा अंतर नहीं
मार्च महीने में एयरटेल CTO रणदीप शेखां ने बताया था कि कीमत के मामले में 4G और 5G के बीच ज्यादा अंतर नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा था, "हमें आखिरी खर्च स्पेक्ट्रम नीलामी होने के बाद पता चलेगा। अगर आप उन मार्केट्स को देखें, जहां पहले ही 5G सेवाएं दी जा रही हैं तो हमें 4G के मुकाबले प्रीमियम कीमत वाले प्लान्स नहीं देखने को मिले हैं।" वहीं, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की राय इससे अलग है।
कीमत पर क्या कहते हैं इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स?
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की राय शेयर करने वाली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 5G प्लान्स की कीमत शुरू में मौजूदा 4G प्लान्स के मुकाबले 10 से 12 प्रतिशत तक ज्यादा हो सकती है। हाल ही में लगभग सभी कंपनियों की ओर से उनके 4G टैरिफ्स की कीमत भी बढ़ाई गई है और कंपनियां अपना एवरेज रेवन्यू प्रति यूजर (ARPU) 200 रुपये के करीब पहुंचाना चाहती हैं। ARPU से जुड़ी अनिवार्यता 5G प्लान्स की कीमत तय कर सकती है।
पिछले बदलाव से की जा सकती है तुलना
बेशक अब तक 5G कनेक्टिविटी से जुड़े प्लान्स सामने नहीं आए हैं, लेकिन 3G से 4G पर हुए बदलाव के साथ कीमत में बदलाव से जुड़े संकेत मिल सकते हैं। याद दिला दें, जब भारत में 4G सेवाएं लॉन्च हुई थीं तो उनकी कीमत 3G प्लान्स के मुकाबले बहुत ज्यादा नहीं थी। ऐसा ही अंतर इस बार 4G से 5G कनेक्टिविटी में स्विच करने वाले यूजर्स को देखने को मिल सकता है।
भारत में सबसे सस्ते होंगे 5G प्लान्स
संकेत इस बात के भी मिले हैं कि भारत में 5G प्लान्स की कीमत दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले कम होगी। अभी भारत में मोबाइल डाटा दूसरे देशों के मुकाबले सबसे सस्ता है और यही बात 5G पर भी लागू हो सकती है। IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि साल 2022 के आखिर तक भारत के 20 से 25 शहरों में 5G इंटरनेट कनेक्टिविटी मिलने लगेगी और 5G प्लान्स की कीमत ग्लोबल मार्केट के मुकाबले कम होगी।
यूजरबेस बढ़ाने के लिए कीमत कम रखना जरूरी
पिछले कुछ महीनों में 4G प्लान्स की कीमत में बढ़त देखने को मिली है, क्योंकि कंपनियां अपना ARPU बढ़ाना चाहती हैं। कंपनियों का मानना है कि यह बदलाव उनकी ओर से तैयार किए जा रहे ढांचे के लिए जरूरी है। हालांकि, 5G रोलआउट के बाद कंपनियां ज्यादा से ज्यादा यूजर्स को अपने नेटवर्क पर रखना चाहेंगी और ऐसे में कीमत कम रखना जरूरी हो जाता है। शुरू में सभी टेलिकॉम ऑपरेटर्स 5G प्लान्स की कीमत कम रखने की कोशिश करेंगी।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत में यूजर्स की ओर से इस्तेमाल होने वाला औसत डाटा करीब 18GB प्रतिमाह तक पहुंच सकता है, वहीं इसका ग्लोबल एवरेज 11GB प्रतिमाह है। हालांकि, इंटरनेट स्पीड की बात करें तो भारत कई देशों से पीछे है।