
ISRO ने मानवयुक्त गगनयान मिशन की लॉन्च तारीख 2027 तक क्यों बढ़ाई गई?
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने गगनयान मिशन की लॉन्च समय सीमा को बढ़ा दिया है।
ISRO की योजना इस मिशन को पहले 2022 में ही लॉन्च करने की थी, लेकिन कुछ कारणों से लॉन्च तिथि को 2026 तक बढ़ाया गया। अब एक बार फिर इसमें देरी की गई है।
ISRO प्रमुख वी. नारायणन ने बताया है कि मानवयुक्त गगनयान मिशन को अब 2027 की पहली तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है।
वजह
गगनयान में देरी के पीछे की वजहें क्या हैं?
गगनयान मिशन में देरी की सबसे बड़ी वजह कोविड महामारी रही, जिससे जरूरी परीक्षण नहीं हो सके।
इसके अलावा, अंतरिक्ष यात्रियों के प्रशिक्षण में समय लगा, लॉन्च वाहन की अतिरिक्त उड़ानें जरूरी थीं और कई तकनीकी तैयारियों में भी समय लगा।
अब ISRO का लक्ष्य है कि पहले 2 बिना चालक वाले मिशन और फिर 1 रोबोटिक मिशन सफलतापूर्वक हो जाएं, तभी जाकर इंसान को अंतरिक्ष में भेजा जा सकेगा।
मिशन
गगनयान से जुड़े अन्य जरूरी मिशन भी जारी
नारायणन ने बताया कि ISRO 2028 तक 8 मिशनों की योजना बना चुका है, जिसमें चालक और बिना चालक दोनों मिशन होंगे। पहला रोबोटिक मिशन इस साल के अंत तक भेजा जा सकता है, जिसमें 'व्योममित्र' नामक रोबोट होगा।
इसके अलावा, हाल ही में स्पेडेक्स डॉकिंग प्रयोग सफल रहा है, जिससे भविष्य के भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए जरूरी तकनीक की पुष्टि हुई है।
ISRO 2035 तक अंतरिक्ष स्टेशन तैयार करने की दिशा में भी आगे बढ़ रहा है।