ISRO अगले 5 वर्षों में लॉन्च करेगा 100 मिशन, वी नारायणन ने जताया भरोसा
क्या है खबर?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज अपना 100वां मिशन पूरा किया। इस मिशन में GSLV-F15 रॉकेट के जरिए NavIC सैटेलाइट लॉन्च किया गया, जो भारत के नेविगेशन सिस्टम को मजबूत करेगा।
ISRO को 100 मिशनों तक पहुंचने में 46 साल लगे, लेकिन अब वह अगले 5 वर्षों में 100 और मिशन पूरे करने का लक्ष्य बना रहा है।
ISRO अध्यक्ष वी नारायणन ने भरोसा जताया है कि भारत की तेजी से बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं से यह संभव हो सकेगा।
यात्रा
ISRO की यात्रा
ISRO की शुरुआत बहुत छोटे स्तर पर हुई थी, लेकिन अब यह दुनिया की बड़ी अंतरिक्ष एजेंसियों में शामिल हो चुका है।
पहले रॉकेट के पुर्जे साइकिल और बैलगाड़ी पर ढोए जाते थे, लेकिन अब भारत ने चंद्रमा और मंगल ग्रह तक सफल मिशन भेजे हैं।
ISRO ने अब तक 548 सैटेलाइट्स को कक्षा में भेजा है, जिनमें 433 विदेशी सैटेलाइट भी शामिल हैं। आने वाले वर्षों में ISRO और भी ज्यादा सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
मिशन
भारत का पहला मानव अंतरिक्ष यान
भारत का बहुप्रतीक्षित गगनयान मिशन तेजी से आगे बढ़ रहा है।
इस विशेष अंतरिक्ष मिशन के तहत भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी की कक्षा में भेजा जाएगा। पहले मानवरहित परीक्षण (G1) की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और भविष्य में और भी परीक्षण किए जाएंगे।
अगर सब कुछ सही रहा, तो जल्द ही भारत अपने अंतरिक्ष यात्री को किसी स्वदेशी यान से अंतरिक्ष में भेजने वाला चौथा देश बन जाएगा।
मिशन
NISAR और अगली पीढ़ी के रॉकेट
ISRO और नासा मिलकर नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) नाम का सैटेलाइट जल्द ही लॉन्च करने वाले हैं, जो पृथ्वी पर जलवायु परिवर्तन और आपदाओं की निगरानी करेगा।
इसके अलावा, ISRO अगली पीढ़ी के रॉकेट (NGLV) बना रहा है, जो 20 टन तक के भारी सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में ले जा सकेंगे। ISRO तमिलनाडु में एक नया लॉन्च पैड भी बना रहा है, जिससे लॉन्च की संख्या और बढ़ेगी।
ISRO का भविष्य और 200 मिशनों का लक्ष्य
ISRO का भविष्य और 200 मिशनों का लक्ष्य
ISRO आने वाले वर्षों में और ज्यादा सैटेलाइट लॉन्च करेगा और अंतरिक्ष में अपनी उपस्थिति मजबूत करेगा।
कॉमर्सियल सैटेलाइट लॉन्च बढ़ाने के लिए न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) की मदद से विदेशी ग्राहकों के लिए भी मिशन किए जा रहे हैं।
नए रॉकेट और अंतरिक्ष यान विकसित किए जा रहे हैं, जिससे ISRO 2029 तक 100 मिशनों की संख्या को 200 मिशनों तक पहुंचाने का लक्ष्य हासिल करने के बहुत करीब पहुंच जाएगा।