
अब तक किन-किन ग्रहों की पुख्ता जानकारी जुटा चुका है इंसान?
क्या है खबर?
नासा समेत दुनिया की कई अंतरिक्ष एजेंसियां अब तक ब्रह्मांड के कई ग्रहों का अध्ययन कर चुकी हैं।
अलग-अलग अंतरिक्ष मिशनों के जरिए इन ग्रहों की सतह, वातावरण, तापमान और रासायनिक संरचना के बारे में पुख्ता जानकारी जुटाई गई है।
कुछ ग्रहों तक रोवर और ऑर्बिटर भेजे गए हैं, जबकि कुछ की जानकारी फ्लाईबाय मिशनों से मिली है।
आइए जानते हैं उन ग्रहों के बारे में जिनसे जुड़ी कुछ अहम जानकारियां अब तक सामने आ चुकी हैं।
चंद्रमा
चंद्रमा बना पहला पड़ाव
चंद्रमा वह पहला खगोलीय पिंड है, जहां इंसान ने कदम रखा।
नासा के अपोलो मिशन, खासकर अपोलो 11 ने 1969 में चंद्रमा की सतह पर पहुंचकर इतिहास रचा। इस मिशन से चंद्रमा की सतह, मिट्टी, चट्टानों और गुरुत्वाकर्षण के बारे में गहरी जानकारी मिली।
इसके बाद, चंद्रयान-1, चंद्रयान-2 और चंद्रयान-3 जैसे भारतीय मिशनों ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ के रूप में पानी की मौजूदगी का पता लगाया।
चंद्रमा आज भी शोध का प्रमुख केंद्र बना हुआ है।
बुध और शुक्र
बुध और शुक्र की सतह से लेकर तापमान तक मिला गहरा ज्ञान
बुध ग्रह के लिए नासा का मैसेंजर मिशन भेजा गया था, जिससे इसकी सतह, तापमान और वहां के भारी तापमान अंतर को समझा गया। शुक्र ग्रह का वातावरण बहुत ही घना और जहरीला है।
नासा के मैगलन मिशन ने शुक्र की सतह का रडार से नक्शा तैयार किया था। इन दोनों ही ग्रहों की सतह पर जीवन के अनुकूल कोई स्थिति नहीं मिली, लेकिन उनकी संरचना और गतिविधियां वैज्ञानिकों के लिए बेहद खास रही हैं।
मंगल
मंगल ग्रह पर हुए सबसे ज्यादा मिशन
मंगल ग्रह को लेकर अब तक पर्सीवरेंस, क्यूरियोसिटी, और ऑपर्चुनिटी जैसे कई मिशन हो चुके हैं। इन रोवर्स ने मंगल की सतह की तस्वीरें भेजीं, चट्टानों का विश्लेषण किया और प्राचीन नदी घाटियों के संकेत मिले।
इसके अलावा, मंगल पर पानी के अतीत में मौजूद रहने के प्रमाण भी मिले हैं।
इस ग्रह पर जीवन की संभावना को लेकर शोध लगातार जारी हैं और भविष्य में इंसान को वहां भेजने की भी योजना है।
बृहस्पति और शनि
गैसों से बने बृहस्पति और शनि की दुनिया भी खुली
बृहस्पति ग्रह के बारे में जूनो और गैलीलियो जैसे मिशनों से अहम जानकारी मिली है, जिसमें एक विशाल तूफान 'ग्रेट रेड स्पॉट' मौजूद है।
इसके अलावा, इसके चंद्रमा भी शोध का विषय बने। शनि ग्रह पर कैसिनी मिशन भेजा गया था, जिससे इसके वलयों और टाइटन चंद्रमा की जानकारी मिली।
टाइटन पर झीलों और वातावरण में कुछ खास रसायन भी पाए गए हैं, जो जीवन की संभावना से जुड़ते हैं।
अरुण और वरुण
अरुण और वरुण के बारे में सीमित जानकारी
अरुण (यूरेनस) और वरुण (नेपच्यून) की जानकारी मुख्य रूप से वॉयजर 2 मिशन से मिली।
अरुण ग्रह अपनी धुरी पर लगभग लुढ़का हुआ है और इसके वातावरण में मीथेन गैस पाई गई है। वरुण ग्रह पर बहुत तेज हवाएं चलती हैं और इसका रंग गहरा नीला है।
हालांकि, इन दोनों ग्रहों पर मिशन काफी समय पहले हुए हैं और इनकी और ज्यादा जानकारी के लिए अब नए मिशनों की जरूरत है।