अब व्हाट्सऐप चैट बैकअप लीक होने का डर नहीं, नया फीचर देगा सुरक्षा
व्हाट्सऐप यूजर्स को जल्द मेसेजिंग प्लेटफॉर्म पर कई नए फीचर्स मिलने वाले हैं और इनमें कुछ सुरक्षा फीचर्स भी शामिल हैं। बीटा वर्जन में व्हाट्सऐप वेवफॉर्म्स, बैन रिव्यू करने के लिए इन-ऐप टूल्स और जॉइनेबल ग्रुप कॉल्स जैसे फीचर्स की टेस्टिंग कर रहा है। व्हाट्सऐप मेसेजेस और कॉल्स में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन मिलता है, लेकिन चैट बैकअप्स पर यह बात लागू नहीं होती। अब व्हाट्सऐप चैट बैकअप्स को भी एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड करने की तैयारी में है।
बैकअप्स के जरिए चैट लीक का डर
व्हाट्सऐप पर चैटिंग और कॉलिंग एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड होने का मतलब है कि सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई थर्ड पार्टी (खुद व्हाट्सऐप भी) इन्हें ऐक्सेस नहीं कर सकती। हालांकि, यह फायदा यूजर्स को चैट बैकअप्स के साथ नहीं मिलता। यानी कि हैकर्स व्हाट्सऐप यूजर्स के डिवाइस या क्लाउड पर स्टोर किए गए बैकअप को डिक्रिप्ट करने की कोशिश कर सकते हैं। इस तरह चैट बैकअप्स की मदद से व्हाट्सऐप मेसेजेस लीक होने का डर बना रहता है।
नए फीचर के साथ सुरक्षा देगा व्हाट्सऐप
व्हाट्सऐप अपडेट्स को मॉनीटर करने वाली वेबसाइट WABetaInfo के मुताबिक, व्हाट्सऐप एंड्रॉयड बीटा ऐप में एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड चैट बैकअप्स का विकल्प मिल रहा है। बीटा यूजर्स इस सुरक्षा फीचर का फायदा लेटेस्ट व्हाट्सऐप फॉर एंड्रॉयड बीटा वर्जन 2.21.15.5 डाउनलोड कर उठा सकते हैं। यूजर्स को इस फीचर को अलग से इनेबल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और एनक्रिप्टेड चैट बैकअप्स अपने आप ऐप का हिस्सा बन जाएंगे। टेस्टिंग के बाद यह सुरक्षा फीचर सभी यूजर्स के लिए रोलआउट किया जाएगा।
कैसे काम करेगा एनक्रिप्टेड बैकअप फीचर?
रिपोर्ट में बताया गया है कि यूजर्स को अपने फ्यूचर व्हाट्सऐप चैट बैकअप्स एनक्रिप्टेड करने के लिए एक पासवर्ड चुनना होगा। हर बार पासवर्ड एंटर करने के बाद ही वे बैकअप्स में स्टोर किए गए मेसेजेस और चैट्स रीस्टोर कर पाएंगे। यानी कि वही यूजर अपने मेसेजेस रीस्टोर कर पाएगा, जिसने पासवर्ड सेट किया है। पासवर्ड भूल जाने की स्थिति में एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड बैकअप्स को एनक्रिप्शन की का सपोर्ट भी मिलेगा, जिससे पासवर्ड रीस्टोर किया जा सके।
कैसे काम करता है एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन?
एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन मेसेज भेजने और उसे रिसीव करने वालों के बीच काम करता है। सेंडर की ओर से भेजा गया मेसेज एनक्रिप्ट होकर कोड में बदल जाता है, जिसे केवल रिसीवर डिक्रिप्ट कर सकता है। यानी कि बीच में कोई थर्ड-पार्टी डिक्रिप्ट करने के बाद एनक्रिप्टेड मेसेज ऐक्सेस नहीं कर सकती। इस तरह व्हाट्सऐप पर मेसेजिंग या कॉलिंग पूरी तरह प्राइवेट और सुरक्षित होती है। व्हाट्सऐप के अलावा टेलीग्राम और सिग्नल जैसे मेसेजिंग प्लेटफॉर्म्स भी ऐसा एनक्रिप्शन ऑफर करते हैं।
यूजर्स को सुरक्षा का भरोसा दे रही कंपनी
मौजूदा व्हाट्सऐप चैट बैकअप की सुरक्षा यूजर्स की क्लाउड सेवाओं के सुरक्षित होने पर निर्भर है। नए एनक्रिप्शन के बाद चैट पहले के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित होंगे। व्हाट्सऐप इस साल की शुरुआत में नई प्राइवेसी पॉलिसी लाई, जिसे लेकर व्हाट्सऐप को कई बार सफाई देनी पड़ी है कि ऐप पर यूजर्स की प्राइवेसी को कोई खतरा नहीं है। बताते चलें, भारत में डाटा सुरक्षा कानून आने तक व्हाट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी स्वीकार करना यूजर्स के लिए अनिवार्य नहीं है।