प्राइवेसी पॉलिसी नहीं मानी तब भी कर पाएंगे चैटिंग, व्हाट्सऐप ने सरकार को दिया जवाब
क्या है खबर?
मेसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर साल 2021 की शुरुआत से ही चर्चा में बना हुआ है।
नई पॉलिसी में यूजर्स का डाटा पैरेंट कंपनी फेसबुक के साथ शेयर करने की बात कही गई है, जिसे लेकर यूजर्स ने नाराजगी जताई है।
15 मई से लागू हुई पॉलिसी को लेकर भारत सरकार ने व्हाट्सऐप को नोटिस भेजा था, जिसके जवाब में व्हाट्सऐप ने कहा कि पॉलिसी ना स्वीकार करने पर भी यूजर्स को चैटिंग सेवाएं मिलती रहेंगी।
बयान
व्हाट्सऐप ने सरकार को दिया जवाब
BGR इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, व्हाट्सऐप स्पोक्सपर्सन ने कहा, "हमने भारत सरकार के लेटर का जवाब दिया है और भरोसा दिलाया है कि यूजर्स की प्राइवेसी उनकी पहली प्राथमिकता है।"
व्हाट्सऐप की ओर से कहा गया है कि प्राइवेसी पॉलिसी में हुए बदलाव का असर यूजर्स के पर्सनल मेसेजिंग एक्सपीरियंस पर नहीं पड़ेगा और नई पॉलिसी का मकसद इस बारे में अतिरिक्त जानकारी देना है कि यूजर्स बिजनेसेज के साथ कैसे इंटरैक्ट करते हैं।
बदलाव
प्राइवेसी पॉलिसी स्वीकार करने की बाध्यता नहीं
व्हाट्सऐप ने कहा है कि प्राइवेसी पॉलिसी स्वीकार ना करने वाले यूजर्स को भी पहले की तरह चैटिंग का विकल्प मिलता रहेगा।
अब तक कंपनी उन यूजर्स को केवल लिमिटेड फंक्शंस देने वाली थी, जो अपडेटेड पॉलिसी स्वीकार ना करते।
स्पोक्सपर्सन ने कहा, "हम व्हाट्सऐप के काम करने का तरीका नहीं बदलेंगे और यूजर्स को सभी फीचर्स मिलते रहेंगे। हालांकि, हम यूजर्स को बार-बार अपडेट के बारे में रिमाइंडर देते रहेंगे और उन्हें जरूरी ऑप्शनल फीचर्स भी दिए जाएंगे।"
राहत
व्हाट्सऐप ने यूजर्स को दिया विकल्प
पहले व्हाट्सऐप यूजर्स के पास प्राइवेसी पॉलिसी स्वीकार करने या ऐप का इस्तेमाल करने के विकल्प थे।
स्पोक्सपर्सन ने कहा, "अब यूजर्स नया विकल्प दिया गया है और वे चुन सकते हैं कि वे किसी बिजनेस के साथ इंटरैक्ट करना चाहते हैं या नहीं। हम अपना यह रवैया कम से कम अगले PDP कानून के सामने आने तक बरकरार रखेंगे।"
पहले पॉलिसी स्वीकार ना करने वाले यूजर्स को ऐप के सभी फीचर्स ना देने की बात कही गई थी।
नोटिस
सरकार ने पॉलिसी वापस लेने को कहा था
भारत सरकार ने नोटिस भेजकर व्हाट्सऐप से अपनी नई प्राइवेसी पॉलिसी वापस लेने को कहा था।
इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने कंपनी की इस पॉलिसी को प्राइवेसी और डाटा सुरक्षा को कमजोर करने वाली बताया था और माना था कि यूजर्स का उनके डाटा पर पूरा अधिकार होना चाहिए।
हालांकि, व्हाट्सऐप ने पॉलिसी वापस ना लेते हुए यूजर्स को यह चुनने का विकल्प दिया है कि वे डाटा शेयर करना चाहते हैं या नहीं।
जानकारी
अगर पहले ही स्वीकार कर ली है पॉलिसी?
अगर आप पहले ही व्हाट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी में किए गए बदलाव को स्वीकार कर चुके हैं तो अपना फैसला बदलने का विकल्प नहीं मिलेगा। आप पहले की तरह चैटिंग जारी रख सकते हैं और ऐप पर चैट्स और कॉल पूरी तरह सुरक्षित हैं।