गूगल मैप के इस फीचर का करें इस्तेमाल, नहीं होगा चालान

गूगल मैप यूजर्स के एक्सपीरियंस को सरल बनाने के लिए कंपनी नए-नए फीचर्स को शामिल करती रहती है। इनमें से एक ऐसा फीचर है, जो आपकी गाड़ी की स्पीड को बताता है। यह फीचर स्पीडोमीटर है, जो यूजर्स को ड्राइविंग के दौरान स्पीड लिमिट पार करने पर वॉर्निंग देता है। अगर आपके नेविगेशन सिस्टम में स्पीडोमीटर इनेबल्ड है तो यह हादसे और चालान से बचाने में मदद कर सकता है। आइए जानें, इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं।
स्पीडोमीटर एक तरह का ऐसा उपकरण होता है, जो एक वाहन की तात्कालिक गति को मापता है। यह उपकरण भारत में मीटर रीडिंग किमी/घंटा प्रदर्शित करता है। स्पीडोमीटर दो प्रकार- पहला यांत्रिक (एनालॉग) और दूसरा डिजिटल होता है। अगर आपकी कार की स्पीड अधिक होगी तो ऐप में दिए गए स्पीड इंडिकेटर का कलर बदल जाएगा। अगर स्पीड लिमिट फीचर आपके क्षेत्र में उपलब्ध है तो ऐप में मिल रहा स्पीडोमीटर फास्ट ड्राइविंग पर आपको वॉर्निंग दे देगा।
स्पीडोमीटर फीचर आपके वाहन की स्पीड को रीड करता है और लिमिट पार करने पर अलर्ट कर देता है। दरअसल, अलग-अलग हाईवे के आधार पर वाहनों की एक स्पीड लिमिट होती है। अगर आपका वाहन उस स्पीड लिमिट को पार करता है तो आपका चालान कट सकता है। अगर इस तरह के अनजान चालान से बचना है तो आप गूगल मैप के स्पीडोमीटर फीचर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए फीचर को इनेबल करना होगा।
सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में गूगल मैप को ओपन करें। इसके बाद साइड पर दिख रही प्रोफाइल पिक्सर पर क्लिक करें और सेटिंग ऑप्शन को चुनें। सेटिंग खुलने के बाद नीचे की तरफ स्क्रॉल करें और नेविगेशन सेटिंग पर क्लिक करें। नेविगेशन सेटिंग पर जाने के बाद ड्राइविंग ऑप्शन को चुनें, जो आपको स्पीडोमीटर फीचर तक ले जाएगा। अब स्पीडोमीटर फीचर को इनेबल कर दें। फीचर को बंद करने के लिए इसे डिसेबल करना होगा।
अगर आप अधिक टोल से परेशान नहीं होना चाहते हैं तो गूगल मैप पर टोल टैक्स से बचने की भी सुविधा है। यह सुविधा आपको उन मार्गों से बचने में मदद करेगी, जिनके बीच में टोल हैं। गूगल मैप पर टोल से बचने के लिए कई मार्गों का विकल्प मितला है, आप उन मार्गों को चुन सकते हैं जो यात्रा के लिए बेहतर हो। ऐसे करेंः ऐप को खोलें-मंजिल तय करें-दिशा को चुनें-टैप मोर-टोल से बचें पर टैप करें।
क्या आप जानते हैं, भारत में गूगल स्ट्रीट व्यू फीचर शुरू हो गया है। फिलहाल, भारत में यह फीचर अभी बेंगलुरु में शुरू है। यह फीचर जल्द ही दिल्ली, चेन्नई, मुंबई, हैदराबाद, पुणे, नासिक, वडोदरा, अहमदाबाद और अमृतसर में भी उपलब्ध होगा।