गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स यूजर्स के लिए सरकार ने जारी की चेतावनी
भारत सरकार की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) की ओर से गूगल क्रोम और कुछ मोजिला प्रोडक्ट्स में खामियों की जानकारी दी गई है। सरकारी एजेंसी ने बताया है कि इन खामियों के साथ हैकर्स को यूजर्स के डिवाइस में सेव डाटा का ऐक्सेस मिल सकता है और वे सभी सुरक्षा मैकेनिजम्स को चकमा देते हुए आर्बिटरेरी कोड्स रन कर सकते हैं। एजेंसी इससे पहले भी इंटरनेट ब्राउजर और दूसरी सेवाओं में मौजूद खामियों की चेतावनी देती रही है।
क्रोम OS वर्जन्स में हाई-रिस्क वाली खामी
CERT-In की ओर से 96.0.4664.209 से पुराने क्रोम OS वर्जन्स में मौजूद खामियों को हाई-रिस्क वाला बताया गया है। इनमें गूगल की ओर से बताई गईं खामियां CVE-2021-43527, CVE-2022-1489, CVE-2022-1633, CVE-202-1636, CVE-2022-1859, CVE-2022-1867 और CVE-2022-23308 भी शामिल हैं। टेक कंपनी गूगल ने बताया है कि इसकी ओर से सभी बग्स फिक्स कर दिए गए हैं। गूगल ने यूजर्स को क्रोम OS का लेटेस्ट वर्जन डाउनलोड करने की सलाह दी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल क्रोम, मोजिला फायरफॉक्स और माइक्रोसॉफ्ट एज जैसे ब्राउजर्स में स्मार्ट अपडेट फीचर मिलता है और ये बैकग्राउंड में अपने आप लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट हो जाते हैं। इस तरह यूजर्स को मैन्युअल डाउनलोड और इंस्टॉलेशन की जरूरत नए फीचर्स के लिए नहीं पड़ती।
पुराने मोजिला फायरफॉक्स वर्जन में भी खतरा
सरकारी एजेंसी ने 101 से पुराने मोजिला फायरफॉक्स iOS वर्जन, 91.10 से पुराने मोजिला थंडरबर्ड वर्जन, 91.10 से पुराने मोजिला फायरफॉक्स ESR वर्जन और 101 से पुराने मोजिला फायरफॉक्स वर्जन में भी बग्स की जानकारी दी है। इन खामियों के चलते रिमोट अटैकर यूजर्स की संवेदनशील जानकारी चुराने, सिक्योरिटी रिस्ट्रिक्शंस को बाइपास करने, आर्बिटरेरी कोड रन करने, स्पूफिंग अटैक्स या डिनायल-ऑफ-सर्विस (DoS) अटैक्स कर सकता है। मोजिला की ओर से भी प्रभावित प्रोडक्ट्स के लिए अपडेट्स रिलीज किए गए हैं।
सरकारी एजेंसी ने अपनी चेतावनी में क्या कहा?
एजेंसी ने अपनी चेतावनी में कहा है कि इन खामियों का फायदा उठाते हुए टारगेटेड सिस्टम पर आर्बिटरेरी कोड रन किए जा सकते हैं। आधिकारिक पोस्ट में CERT-In ने कहा, "गूगल क्रोम OS में ये खामियां V8 इंटरनेलिसेशन में हीप बफर ओवरफ्लो; शेयरशीट, परफॉर्मेंस मैनेजर और परफॉर्मेंस APIs; dev-libs/libxml2 में खामी; UI शेल्फ में आउट ऑफ बाउंड्स मेमोरी ऐक्सेस और डाटा ट्रांसफर में अनट्रस्टेड इनपुट जैसी वजहों के चलते मौजूद थीं।"
ऐसे अपडेट करें फायरफॉक्स ब्राउजर
इंटरनेट ब्राउजर ओपेन करने के बाद दाईं ओर दिखने वाली फायरफॉक्स टूलबार के मेन्यू बटन पर क्लिक करें। इसके बाद स्क्रीन पर दिखने वाले हेल्प सेक्शन में जाकर 'अबाउट फायरफॉक्स' चुनना होगा। अब ब्राउजर लेटेस्ट अपडेट चेक करेगा और नया अपडेट उपलब्ध होने पर अपने आप डाउनलोड हो जाएगा। एक बार डाउनलोड पूरा होते ही आपको ब्राउजर रीस्टार्ट करना है और आप पहले की तरह इंटरनेट का इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं।
प्राइवेसी सेटिंग्स में बदलाव की सलाह
गूगल क्रोम या मोजिला फायरफॉक्स इस्तेमाल करने वालों के लिए प्राइवेसी कंट्रोल्स बेहद जरूरी हैं और इन्हें लेटेस्ट वर्जन पर अपडेट रखना चाहिए। इन ब्राउजर्स के नए अपडेट्स में कई सुरक्षा फीचर्स को इनका हिस्सा बनाया गया है, जिनसे बेहतर प्राइवेसी मिल सकती है। अगर आप क्रोम में बेहतर प्राइवेसी चाहते हैं तो क्रोम वेब स्टोर पर जाकर ऐसे एक्सटेंशंस डाउनलोड कर सकते हैं। मोजिला में आप स्टैंडर्ड, स्ट्रिक्ट और कस्टम ब्राउजिंग मोड्स में से चुन सकते हैं।