सफर के दौरान लगेगा कितना टोल टैक्स? बता देगा गूगल मैप्स का नया फीचर
क्या है खबर?
लोकप्रिय नेविगेशन सेवा गूगल मैप्स का इस्तेमाल सफर के दौरान करोड़ों यूजर्स करते हैं।
कंपनी लगातार इसमें नए फीचर्स शामिल कर रही है और यह सिर्फ रास्ते बताने वाली सेवा तक सीमित नहीं रही।
अब शामिल किए गए नए फीचर के साथ गूगल मैप यूजर्स को बता देगी कि सफर के दौरान उन्हें कुल कितना टोल टैक्स देना पड़ेगा।
यूजर्स टोल टैक्स ना देना चाहें तो वैकल्पिक रास्तों का चुनाव भी कर सकते हैं।
फीचर
अप्रैल से चल रही थी फीचर की टेस्टिंग
गूगल ने सबसे पहले टोल टैक्स से जुड़े फीचर की घोषणा अप्रैल महीने में की थी।
तब कंपनी ने कहा था कि इस फीचर के साथ यूजर्स के लिए तय करना आसान होगा कि वे टोल टैक्स देना चाहते हैं या फिर दूसरे सामान्य रास्ते से सफर करना चाहते हैं।
गूगल मैप्स पर यूजर्स को टोल बूथ्स की जानकारी पहले ही मिलती है। नए बदलाव के साथ उन्हें पहले ही टोल की रकम पता चल जाएगी।
बयान
कई पहलुओं का ध्यान रखेगी गूगल
कंपनी ने फीचर की टेस्टिंग शुरू करते हुए कहा था कि वह टोल से जुड़े कई पहलुओं का ध्यान रखेगी।
गूगल ने कहा था, "हम टोल पास या भुगतान के दूसरे तरीकों की जानकारी देते हुए कई पहलुओं पर ध्यान देंगे, जिनमें सप्ताह का दिन, संभावित टोल टैक्स और वह वक्त भी शामिल होगा, जिसपर यूजर का वाहन उस टोल बूथ से गुजरेगा।"
आसान भाषा में समझें तो गूगल तय करना चाहती थी कि यूजर को सटीक जानकारी दी जाए।
रोलआउट
एंड्रॉयड और iOS ऐप्स के लिए रोलआउट शुरू
करीब तीन महीने बाद गूगल ने नए फीचर का रोलआउट एंड्रॉयड और iOS प्लेटफॉर्म्स पर सभी यूजर्स के लिए कर दिया है।
गूगल ने इसका कम्युनिटी पेज अपडेट करते हुए यूजर्स को इसकी जानकारी दी है और बताया है कि इसने टोलिंग अथॉरिटीज से पार्टनरशिप की है।
कंपनी ने लिखा, 'नेविगेशन शुरू करने से पहले अब आपको संभावित टोल कीमत की जानकारी दी जाएगी और हम इसके लिए स्थानीय टोलिंग अथॉरिटीज का धन्यवाद देना चाहते हैं।'
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
गूगल मैप ऐप को सबसे पहले साल 2005 में अमेरिका में लॉन्च किया गया था। इसके बाद इसको अपग्रेड कर के साल 2006 में ब्रिटेन में लॉन्च किया गया। भारत में गूगल मैप की सर्विस साल 2008 में शुरू हुई थी।
विकल्प
सेटिंग्स से चुन पाएंगे 'अवॉइड टोल्स' विकल्प
गूगल ने लिखा है, 'अगर दूसरा संभावित रास्ता है तो आपके पास अब भी टोल रोड्स से पूरी तरह बचकर निकलने का विकल्प होगा। इसके लिए सेटिंग्स में जाकर 'अवॉइड टोल्प' ऑप्शन पर टैप करना होगा।"
उपलब्धता को लेकर कंपनी ने कहा है कि नया फीचर अमेरिका, भारत, जापान और इंडोनेशिया की करीब 2,000 रोड्स के लिए उपलब्ध है। जल्द ही यह फीचर बाकी देशों में भी रिलीज किया जाएगा।
एयर क्वालिटी
गूगल मैप्स में हवा की गुणवत्ता की जानकारी
हाल ही में गूगल मैप्स में एक नया फीचर शामिल किया गया है, जिसके साथ हवा की गुणवत्ता से जुड़ी जानकारी मिलेगी।
अब गूगल मैप्स पर दिखेगा कि अपने क्षेत्र में एयर क्वालिटी कितनी अच्छी या बुरी है और वायु प्रदूषण की स्थिति क्या है।
भारत में एयर क्वालिटी से जुड़ा डाटा दिखाने के लिए गूगल केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) से डाटा जुटा रही है। बता दें भारत में AQI रेंज 0 से शुरू होकर 500+ तक जाती है।