टावर लगाने के नाम पर फ्रॉड! टेलीकॉम इंडस्ट्री ने दी फेक टावर इंस्टॉलेशन की चेतावनी
क्या है खबर?
टेलीकॉम इंडस्ट्री से जुड़े बड़े नाम इस महीने 5G ऑक्शन की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन इससे पहले एक नई चेतावनी दी गई है।
लेटेस्ट कनेक्टिविटी टेक्नोलॉजी रोलआउट से पहले कई जगह टावर लगाने से जुड़े फ्रॉड के मामले सामने आ रहे हैं।
इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स ने चेतावनी दी है कि मोबाइल टावर लगाने के नाम पर अगर कोई आपसे संपर्क करे, तो उसपर भरोसा करने से बचें।
फ्रॉड करने वाले फायदे का लालच देकर रकम जमा करने को कहते हैं।
फ्रॉड
टैक्स के नाम पर जमा करवाते हैं रकम
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (COAI) और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवइडर्स एसोसिएशन (DIPA) ने कहा है कि लोगों को फेक टावर इंस्टॉलेशन फ्रॉड से सावधान रहने की जरूरत है।
लोगों को ऐसी कंपनियों, एजेंसियों और लोगों से बचकर रहने को कहा गया है, जो उनकी प्रॉपर्टी में टावर लगाने की बात कहते हैं।
बदले में सरकारी टैक्स के नाम पर इन लोगों से कंपनी के या फिर पर्सनल अकाउंट में बड़ी रकम ट्रांसफर करने को कहा जाता है।
NOC
जारी किए जा रहे हैं फर्जी NOC
टावर लगाने का दावा करने वाले स्कैमर्स मिनिस्ट्री ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की ओर से टावर लगाने से जुड़े फेक 'नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट' (NOC) भी दिए जा रहे हैं।
बता दें, भारत में मोबाइल टावर इंस्टॉलेशन का काम टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSP) या फिर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स (IPs) की ओर से किया जाता है।
इन इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स में इंडस टावर्स, अमेरिकन टावर कॉर्पोरेशन, समिट डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, एसेंड टेलिकॉम और टावर विजन जैसे नाम शामिल हैं।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
रिपोर्ट्स की मानें तो भारत में इस वक्त 6.8 लाख से ज्यादा मोबाइल टावर इंस्टॉल किए गए हैं। हालांकि, 5G कनेक्टिविटी रोलआउट करने के लिए वित्तीय वर्ष 2024 तक इनकी संख्या 15 लाख तक बढ़ानी होगी।
सावधानी
वेरिफाइ कर लें ऑफर देने वाले की पहचान
DIPA के DG टी.आर. दुआ ने कहा, "IPs लोगों को इन फ्रॉड्स से बचाने और सतर्क करने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं और टोल-फ्री नंबर, वेबसाइट या ईमेल जैसे अलग-अलग चैनल्स के जरिए इनसे जुड़ी जानकारी और संभावित लोकेशंस का डाटा जुटा रहे हैं।"
इंडस्ट्री बॉडीज ने साफ किया है कि लोगों को टावर इंस्टॉलेशन से जुड़ा ऑफर स्वीकार करने से पहले TSPs या IPs की वेबसाइट पर जाकर ऑफर देने वालों की पहचान वेरिफाइ कर लेनी चाहिए।
नुकसान
कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार करने वालों के सामने चेतावनी
टावर लगाने से जुड़े फ्रॉड के मामले सामने आने के बाद उन लोगों पर भरोसा करना मुश्किल हो रहा है, जो वाकई टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए काम करते हुए मजबूत कम्युनिकेशन नेटवर्क तैयार कर रहे हैं।
COAI के डायरेक्टर जनरल डॉ. एस.पी. कोचर ने कहा, "मोबाइल टावर बेहतर कनेक्टिविटी के लिए जरूरी हैं और सभी क्षेत्रों में कम्युनिकेशन सेवाएं देने के लिए इनकी जरूरत पड़ती है। हालांकि, इनसे जुड़े फ्रॉड्स लोगों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।"
5G
अगले कुछ महीनों में 5G रोलआउट
भारत के बड़े शहरों में स्मार्टफोन यूजर्स जल्द ही इंटरनेट की 5G सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। ये सेवाएं 4G सेवाओं की तुलना में 10 गुना अधिक तेज होंगी।
केंद्रीय कैबिनेट ने 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी दे दी है।
5G स्पेक्ट्रम की नीलामी के लिए 26 जुलाई का दिन चुना गया है। नीलामी के लिए स्पेक्ट्रम की कुल कीमत 5 लाख करोड़ रुपये रखी गई है। यह नीलामी 20 वर्षों के लिए होगी।