भारत में कब तक शुरू होंगी 5G सेवाएं, क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्या है खबर?
अगर आप 5G टेक्नोलॉजी के इंतजार में है तो थोड़ा सब्र करना पड़ेगा। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि कुछ समय बाद भारत में 5G सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
अगर आप भी ऐसा सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए इंतजार करना होगा। एक तरफ जहां दुनियाभर में 5G टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम हो रहा है वहीं, भारत में इसे हकीकत बनने में पांच-छह साल का वक्त लगेगा।
आइये, इसकी वजह जानते हैं।
वजह
ट्रायल के लिए नहीं हुआ स्पेक्ट्रम का आवंटन
सरकार 5G टेक्नोलॉजी को लेकर बड़े दावे कर रही है, लेकिन आम यूजर तक पहुंचने में इसे कम से कम पांच सालों का समय लगेगा।
इसकी बड़ी वजह है कि इसके ट्रायल के लिए अभी तक 5G स्पेक्ट्रम का आवंटन नहीं हुआ है।
इस टेक्नोलॉजी के लिए पहले ट्रायल होंगे और उसके बाद दूसरी चीजें शुरू होंगी, लेकिन अभी तक ट्रायल के लिए स्पेक्ट्रम का आवंटन भी नहीं हुआ है। ऐसे में दूसरी सब कामों में देरी होना तय है।
आवंटन
इस साल के अंत तक होगा स्पेक्ट्रम का आवंटन
इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने स्पेक्ट्रम आवंंटन के बारे में बताते हुए कहा कि इसके लिए इस साल के अंत तक नीलामी होगी और अगले 100 दिनों में 5G सर्विस के ट्रायल शुरू हो जाएंगे।
हालांकि, सरकार के दावों के बाद भी तस्वीर उतनी साफ नहीं है, जितना दावा किया जा रहा है।
अभी तक डिवाइस बनाने वाली कंपनियां, इसका पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर, 5G को सपोर्ट करने वाले डिवाइस समेत दूसरी सभी चीजें तैयार होने में काफी समय लगेगा।
विशेषज्ञों की राय
क्या कहते हैं इस मामले के जानकार?
काउंटरप्वाइंट रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर नील शाह ने उम्मीद जताई कि 2023 तक 5G मेनस्ट्रीम हो जाएगा और 2025 में बड़े स्तर पर लोगों के लिए उपलब्ध होगी।
उन्होंने कहा कि यह काम 3G और 4G की तुलना में पहले होगा क्योंकि इन दोनों टेक्नोलॉजी को लोगों तक पहुंचने में सात से आठ साल तक का समय लगा था।
बता दें कि भारत में ट्रायल के लिए नोकिया, इंटेल, एरिक्सन जैसी कंपनियां आवेदन करने की योजना बना रही है।
टेक्नोलॉजी
अगले साल रफ्तार पकड़ेंगी 5G सेवाएं
इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन (IDC) के मुताबिक, दुनिया के कई क्षेत्रों में कमर्शियल तौर पर 5G को शुरू किया जा चुका है।
हालांकि, 2019 में इन सेवाओं की शुरुआत हुई है, लेकिन अगले साल तक ये सेवाएं रफ्तार पकड़ लगेंगी।
IDC के अनुसार, अगले साल कुल स्मार्टफोन की खरीद में 5G स्मार्टफोन्स का हिस्सा 8.9 प्रतिशत (12.35 करोड़) होगा जो 2023 तक बढ़कर 28.7 फीसदी हो जाएगा।
5G के साथ ही स्मार्टफोन टेक्नोलॉजी में भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।