सुप्रीम कोर्ट ने फर्जी वेबसाइटों और फिशिंग हमलों को लेकर दी चेतावनी, आप ऐसे रहें सुरक्षित
क्या है खबर?
सुप्रीम कोर्ट ने जनता को अपनी आधिकारिक वेबसाइट के नाम पर बनाई गई फर्जी वेबसाइटों और फिशिंग हमलों से सतर्क रहने की चेतावनी दी है।
चेतावनी में कहा गया है कि ये फर्जी साइटें निजी और गोपनीय जानकारी चुराने के मकसद से बनाई गई हैं। लोग झूठे लिंक पर क्लिक कर फिशिंग अटैक का शिकार हो सकते हैं।
कोर्ट ने कहा कि वह कभी निजी जानकारी या वित्तीय विवरण नहीं मांगता और लोगों को सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
फिशिंग स्कैम
फिशिंग स्कैम क्या है?
फिशिंग एक प्रकार का ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जहां स्कैमर्स फर्जी वेबसाइट, ईमेल या मैसेज भेजकर लोगों को व्यक्तिगत जानकारी साझा करने के लिए फंसाते हैं।
वे खुद को बैंक, सरकारी संस्थान या किसी भरोसेमंद संगठन के रूप में दिखाते हैं। एक बार जानकारी मिल जाने पर, इसे पैसे चुराने, पहचान की चोरी या अन्य अवैध कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है।
ये लिंक वास्तविक दिखने की कोशिश करते हैं, लेकिन लोग इन पर क्लिक करके गंभीर नुकसान उठा सकते हैं।
बचाव
फिशिंग हमलों से कैसे बचें?
फिशिंग अटैक जैसे साइबर हमलों से बचने के लिए हर ईमेल या लिंक की जांच करें। केवल आधिकारिक वेबसाइटों का ही उपयोग करें और अनजान मैसेज में मांगी गई निजी जानकारी साझा न करें।
किसी फिशिंग अटैक का शिकार होने पर तुरंत अपने ऑनलाइन अकाउंट्स के पासवर्ड बदलें। संदिग्ध गतिविधि की जानकारी बैंक या संबंधित संस्थान को दें।
हमेशा लिंक पर क्लिक करने से पहले उसके URL को सत्यापित करें और किसी भी अज्ञात या असत्यापित वेबसाइट से बचें।