गूगल क्रोम के डेस्कटॉप ऐप पर हो सकता है साइबर हमला, यहां जानें बचने का तरीका
गूगल क्रोम में सुरक्षा खामियां पाई गई हैं, जो यूजर्स को साइबर हमलों के खतरे में डाल सकती हैं। भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने डेस्कटॉप यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है और उन्हें अपने ब्राउजर को तुरंत अपडेट करने की सलाह दी है। इन खामियों का फायदा उठाकर हैकर रिमोट एक्सेस के माध्यम से यूजर्स के डेस्कटॉप को नियंत्रित कर सकते हैं, जिससे ठगी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।
क्रोम के इस वर्जन को है खतरा
साइबर सुरक्षा एजेंसी ने बताया है कि गूगल क्रोम की सुरक्षा खामियां विंडोज और मैक के 129.0.6668.70/.71 और लिनक्स के 129.0.6668.70 से पहले के वर्जन को प्रभावित करती हैं। CERT-In ने सभी क्रोम यूजर्स को सलाह दी है कि वे अपने ब्राउजर को नवीनतम वर्जन में अपडेट करें ताकि उनकी डिवाइस सुरक्षित रहे। सरकार के अनुसार, साइबर हमलावर लक्षित सिस्टम पर विशेष अनुरोध भेजकर इन कमजोरियों का लाभ उठा सकते हैं, जिससे सुरक्षा जोखिम बढ़ सकता है।
कैसे रहें सुरक्षित?
किसी भी अनजान स्रोत से मिले लिंक पर क्लिक करना या अटैचमेंट डाउनलोड करना नहीं चाहिए। यह सुनिश्चित करें कि गूगल क्रोम का ऑटोमैटिक अपडेट चालू हो, ताकि सुरक्षा पैच तुरंत मिल सकें और साइबर हमले का जोखिम कम हो सके। केवल विश्वसनीय और आवश्यक एक्सटेंशन को ब्राउजर में जोड़ें, अनावश्यक एक्सटेंशन को हटा दें। अपने पासवर्ड को नियमित अंतराल पर बदलना भी महत्वपूर्ण है, जिससे आपकी सुरक्षा और भी बढ़ जाएगी।