
OpenAI ने गूगल से क्रोम खरीदने की जताई इच्छा, क्या होगा कंपनी को इससे फायदा?
क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी OpenAI ने गूगल के वेब ब्राउजर क्रोम को खरीदने की इच्छा जाहिर की है।
ChatGPT के प्रोडक्ट हेड निक टर्ली ने इसे लेकर वाशिंगटन में चल रहे एक अदालत में बयान दिया है।
यह बात उस स्थिति में कही गई जब अमेरिकी अदालत गूगल को अपने क्रोम ब्राउजर को बेचने के लिए मजबूर कर सकती है। टर्ली ने कहा कि अगर ऐसा होता है, तो OpenAI इसे खरीदने के लिए तैयार है।
आरोप
अदालत में गूगल पर गंभीर आरोप
अमेरिकी न्याय विभाग का कहना है कि गूगल ने सर्च इंजन को बाजार में सबसे ऊपर बनाए रखने के लिए सैमसंग और अन्य कंपनियों से खास सौदे किए।
इन सौदों के तहत नए डिवाइसेज में गूगल सर्च डिफॉल्ट सेट होता था।
अदालत ने पहले ही माना है कि गूगल का सर्च बाजार में एकाधिकार है और अब यह तय किया जा रहा है कि गूगल पर कौन-कौन से प्रतिबंध लगाए जाएं, जिससे प्रतिस्पर्धा दोबारा बहाल हो सके।
फायदा
क्या हो सकता है OpenAI को फायदा?
अगर OpenAI को क्रोम ब्राउजर मिल जाता है तो वह ChatGPT को और बेहतर ढंग से लोगों तक पहुंचा पाएगी।
कंपनी का मानना है कि इससे उन्हें सर्च से जुड़े ज्यादा डाटा मिलेंगे, जिससे ChatGPT और तेज और सटीक जवाब दे पाएगा।
अभी ChatGPT, माइक्रोसॉफ्ट के बिंग सर्च इंजन पर निर्भर है। अगर खुद का ब्राउजर मिल गया तो OpenAI को अपने उत्पाद और मजबूत बनाने में काफी मदद मिलेगी।