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10 साल में पहली बार ऐपल ने रोका आईफोन और आईपैड का प्रोडक्शन; क्या है वजह?
दशक में पहली बार ऐपल डिवाइसेज का प्रोडक्शन रुक गया है।

10 साल में पहली बार ऐपल ने रोका आईफोन और आईपैड का प्रोडक्शन; क्या है वजह?

Dec 09, 2021
03:17 pm

क्या है खबर?

सप्लाई चेन और चिपसेट की कमी जैसी दिक्कतों का सामना दुनियाभर के इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स लंबे वक्त से कर रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शामिल ऐपल भी इससे प्रभावित हुई है और अपनी प्रोडक्शन लाइन्स को इससे असर से नहीं बचा पाई है। नई रिपोर्ट में सामने आया है कि डिवाइस कंपोनेंट्स की कमी के चलते एक दशक से ज्यादा वक्त में पहली बार ऐपल को आईफोन का प्रोडक्शन रोकना पड़ा है।

अंतर

उम्मीद से बहुत कम डिवाइसेज का प्रोडक्शन

कंपनी की ओर से आईफोन 13 मॉडल्स के प्रोडक्शन को लेकर लगाए गए कयास अक्टूबर महीने में शेयर किए गए थे, जिनमें अब आया अंतर साफ समझा जा सकता है। ऐपल को उम्मीद थी कि कंपनी साल 2021 के आखिरी तीन महीनों में करीब नौ करोड़ नए आईफोन यूनिट्स का प्रोडक्शन करेगी। हालांकि, इस आंकड़े को बाद में कम कर दिया गया और यह केवल एक करोड़ आईफोन यूनिट्स तक सिमटकर रह गया।

रिपोर्ट

आईफोन और आईपैड दोनों का प्रोडक्शन रुका

कंपनी की ओर से किए गए बदलाव के चलते आईफोन और आईपैड दोनों का प्रोडक्शन रोक दिया गया है। निक्केई एशिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों ही ऐपल प्रोडक्ट्स की असेंबली लाइन्स 'कुछ दिन के लिए' रोक दी गई हैं। डिवाइसेज की मैन्युफैक्चरिंग में इस्तेमाल होने वाले कंपोनेंट्स की कमी और चीन में पावर इस्तेमाल पर लगाई गईं पाबंदियों को इसके लिए जिम्मेदार माना जा रहा है।

चुनौती

महामारी के बाद पहली बार रुका प्रोडक्शन

कोविड-19 महामारी शुरू होने के बाद से यह पहली बार है, जब सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कतों का ऐपल पर सीधा असर पड़ा है और इसके डिवाइसेज का प्रोडक्शन रुका है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऐपल ने अपने यूनिट्स के लिए जरूरी कंपोनेंट्स की सप्लाई एडवांस में ही सुरक्षित रख ली थी। हालांकि, लगातार सामने आ रही परेशानी की वजह से कंपोनेंट्स की सप्लाई बरकरार नहीं रह पाई और प्रोडक्शन रोकना पड़ा।

नुकसान

ओवरटाइम के बजाय कर्मचारियों को छुट्टी मिली

रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रोडक्शन के लिहाज से हर साल इस समय ऐपल के सप्लायर्स सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा व्यस्त रहते हैं। अक्टूबर के पहले सप्ताह में गोल्डेन वीक हॉलीडेज में फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन जैसे ऐपल के सप्लायर्स ने 24 घंटे प्रोडक्शन किया। इस साल हालात बिल्कुल उल्टे नजर आ रहे हैं और कर्मचारियों को ओवरटाइम करने के लिए कहने के बजाय छुट्टी पर भेज दिया गया है।

रेवन्यू

ऐपल की कमाई पर भी पड़ेगा असर

प्रोडक्शन लाइन बंद होने का असर ऐपल की अगले साल की कमाई पर भी पड़ना तय माना जा रहा है। कंपनी की कमाई हर साल के मुकाबले अरबों डॉलर तक घट सकती है। इसका सबसे ज्यादा असर फेस्टिव सेल के दौरान आईफोन यूनिट्स उपलब्ध ना होने के चलते पड़ेगा। ढेरों यूजर्स क्रिसमस पर गिफ्ट में देने के लिए ऐपल प्रोडक्ट्स खरीदते हैं और न्यू ईयर पर भी बिक्री बढ़ने की उम्मीद की जाती है।

जानकारी

क्यों आई चिपसेट और कंपोनेंट्स से जुड़ी चुनौती?

चुनिंदा कंपनियां ही अलग-अलग इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज में इस्तेमाल होने वाले छोटे चिपसेट बनाती हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान इनकी सप्लाई और प्रोडक्शन का काम सामान्य रूप से नहीं हो पाया, जिसने बाद में दूसरे डिवाइसेज के प्रोडक्शन पर असर डालना शुरू किया है।