सारी दुनिया में पहुंचेगा एलन मस्क का सैटेलाइट इंटरनेट, 300Mbps तक होगी स्पीड
अमेरिकी अरबपति और स्पेस-X CEO एलन मस्क स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम कर रहे हैं और अपनी सेवा को बेहतर करने का दावा कर रहे हैं। मस्क ने दावा किया है कि साल 2021 में स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट की कवरेज लगभग पूरी दुनिया में मिलेगी। इसके अलावा मस्क ने यूजर्स को दोगुनी स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट का दावा किया है। फिलहाल इसकी मदद से यूजर्स को 50Mbps से 150Mbps के बीच स्पीड मिल रही है।
300Mbps के करीब पहुंच जाएगी स्पीड
एलन मस्क ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर अपने अकाउंट से स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने दावा किया कि साल 2021 में यह स्पीड बढ़कर 300Mbps के करीब पहुंच जाएगी। इसके अलावा लेटेंसी घटकर 20ms रह जाएगी, जो अभी ज्यादातर लोकेशंस में 20ms से 40ms के बीच रहती है। मस्क ने एक ट्विटर यूजर को जवाब देते हुए लिखा, 'इस साल स्पीड बढ़कर दोगुनी ~300Mbps हो जाएगी और लेटेंसी घटकर 20ms रह जाएगी।'
पूरी दुनिया में पहुंचेगी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा
एक अन्य यूजर ने स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट सेवा के एक्टिव कवरेज मैप के बारे में पूछा, जिसके जवाब में मस्क ने लिखा कि 2021 का कवरेज एरिया बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि साल 2021 के आखिर तक स्टारलिंक सैटेलाइट इंटरनेट लगभग पूरी पृथ्वी को कवर करेगा। वहीं, अगले साल तक पूरी दुनिया इसके सैटेलाइट इंटरनेट नेटवर्क का हिस्सा होगी। मस्क ने लिखा, 'कम और मध्यम जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में सैटेलाइट इंटरनेट सबसे अच्छा विकल्प है।'
ट्वीट में दी जानकारी
क्या है मस्क का स्टारलिंक प्लान?
स्टारलिंक स्पेस-X की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा है, जो अभी बीटा फेज में है। पिछले साल अक्टूबर में लिमिटेड यूजर्स के साथ इसकी बीटा टेस्टिंग शुरू की गई है। स्टारलिंक सेवा में यूजर्स को सीधे सैटेलाइट की मदद से इंटरनेट सेवा दी जाती है और ऐसा करने के लिए कंपनी लंबे वक्त से अपने सैटेलाइट्स अंतरिक्ष भेज रही है। इसकी मदद से उन जगहों पर भी यूजर्स तक इंटरनेट पहुंचेगा, जहां केबल सेवा और सेल्युलर नेटवर्क्स नहीं पहुंच सकते।
चुनिंदा यूजर्स को भेजी जा रही स्टारलिंक किट
स्पेस-X चुनिंदा यूजर्स को फर्स्ट कम-फर्स्ट सर्व बेसिस पर स्टारलिंक किट भेज रही है। इस किट में वाई-फाई राउटर, पावर सप्लाई, केबल्स और डिश माउंटिंग ट्राईपॉड के साथ मिलती है। यूजर्स को अपने घर से बाहर डिश सेटअप करना होता है, जो सीधे सैटेलाइट से कनेक्ट होकर वाई-फाई से इंटरनेट इस्तेमाल करने का विकल्प देता है। हालांकि, घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सैटेलाइट इंटरनेट के मुकाबले सेल्युलर नेटवर्क बेहतर परफॉर्म करेगा।