'नकली मंगल ग्रह' से लौटे नासा के वैज्ञानिकों ने बताया अपना अनुभव, जानिए क्या कहा
मंगल ग्रह पर भविष्य के मिशन के लिए नासा के मंगल सिमुलेशन मिशन के तहत मंगल ग्रह जैसे एक नकली आवास में रहने के बाद हाल ही में नासा के 4 वैज्ञानिक वापस लौटे हैं। इन 4 सदस्यों में केली हेस्टन (कमांडर), रॉस ब्रॉकवेल (फ्लाइट इंजीनियर), नाथन जोन्स (चिकित्सा अधिकारी) और एन्का सेलारियू (विज्ञान अधिकारी) शामिल हैं। CBC न्यूज के अनुसार, हेस्टन ने बताया कि इस मिशन ने उनके दृष्टिकोण को बदल दिया है।
इसी महीने खत्म हुआ है मिशन
हेस्टन नासा के सभी-स्वयंसेवी क्रू हेल्थ एंड परफॉरमेंस एक्सप्लोरेशन एनालॉग (CHAPEA) मिशन के लिए कमांडर थीं। यह मिशन कुल 378 दिन चला। इस मार्स ड्यून अल्फा नामक मिशन में मंगल ग्रह जैसी परिस्थितियां बनाई गई थीं, जिसमें रहकर टीम ने देखा कि मंगल ग्रह पर दैनिक जीवन कैसा दिख सकता है। चारों वैज्ञानिक 25 जून, 2023 को मंगल ग्रह के वातावरण में प्रवेश कर गए थे और 6 जुलाई, 2024 को बाहर निकले।
हेस्टन ने बताया अपना अनुभव
हेस्टन ने बताया कि इस मिशन ने उनके दृष्टिकोण को बदला और उन्होंने काम और जीवन के बीच अलग तरह से अपना संतुलन बनाया। नकली आवास में सूट पहनना और नकली मार्सवॉक पर जाना, सब्जियां उगाना और काटना, अपना स्वास्थ्य डाटा इकट्ठा करना, अपने आवास और अपने उपकरणों को बनाए रखना और आम तौर पर सीमित संसाधनों और बाहर के किसी भी व्यक्ति के साथ अधिकतम 22 मिनट तक संचार के साथ हर दिन गुजारा करना था।
कैसी थी उनकी दिनचर्या?
हेस्टन ने अपना अनुभव बताते हुए कहा, "आप अपने कमरे से बाहर निकलते हैं और आप काम पर होते हैं।" उन्होंने कहा, "हर दिन मैं उठती और जैसे ही मैं चलती, मैं अपना वजन मापती, मैं अपने व्यक्तिगत स्वास्थ्य या अपने काम के बारे में डाटा लेना शुरू कर देती।" उन्होंने आगे कहा, "चालक दल को घर जैसा महसूस हुआ, क्योंकि हम एक-दूसरे से जुड़ गए और एक यूनिट बन गए एक अजीब परिवार की तरह।"
जोन्स ने भी बताया अपना अनुभव
इस प्रोजेक्ट में जोन्स चालक दल के चिकित्सा अधिकारी के रूप में शामिल थे। नासा की एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि यात्रा ने उन्हें धीमा होना, वर्तमान में जीना और ड्राइंग के माध्यम से अपनी रचनात्मकता का पता लगाना सिखाया। उन्होंने कहा, "मैंने वर्तमान मौसम का आनंद लेने और आने वाले मौसम के लिए धैर्य रखने के लिए समय निकालना सीखा। मैंने इस दौरान खुद को भी आश्चर्यचकित किया है।"
ब्रॉकवेल ने अपने अनुभव को लेकर क्या कहा?
इस मिशन के फ्लाइट इंजीनियर ब्रॉकवेल ने कहा कि इस अनुभव ने उन्हें पृथ्वी पर सभी के लाभ के लिए जीने का महत्व सिखाया। उन्होंने कहा, "मैं इस विचार को जीने के अवसर के लिए आभारी हूं कि हमें संसाधनों का उपयोग अधिक तेजी से नहीं करना चाहिए।" अमेरिकी नौसेना में माइक्रोबायोलॉजिस्ट सेलारियू ने भी इस मिशन को लेकर खुशी जताई और कहा कि अंतरिक्ष हमें एकजुट कर सकता है और हमारे अंदर की सर्वश्रेष्ठता को सामने ला सकता है।