नासा ने भारतीय वैज्ञानिकों के नाम पर रखे एस्ट्रोयड्स के नाम
क्या है खबर?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भारतीय ग्रह भूविज्ञानी रुतु पारेख और 3 अन्य वैज्ञानिकों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
पारेख गुजरात की रहने वाली हैं और नासा ने उनके सम्मान में एस्ट्रोयड 2000 D73 का नाम बदलकर 'रुतु पारेख' रखा है।
वह नासा में पोस्ट-डॉक्टरल शोधकर्ता के रूप में जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला में काम कर रही हैं।
इसी तरह अहमदाबाद के वैज्ञानिक कुमार वेंकटरमणी के नाम पर एस्ट्रोयड 2000 SM362 का नाम बदलकर 'कुमार' कर दिया गया है।
उपलब्धियां
पारेख और कुमार वेंकटरमणी की उपलब्धियां
पारेख ने सेंट जेवियर्स कॉलेज से बायोकैमिस्ट्री और केमिस्ट्री से ग्रेजुएशन और CEPT यूनिवर्सिटी से जियोमैटिक्स और रिमोट सेंसिंग में मास्टर्स की है।
इसके अलावा उन्होंने यूनाइटेड किंगडम (UK) के ब्रिस्टल विश्वविद्यालय से मंगल ग्रह के ज्वालामुखी और सतह भू-आकृति विज्ञान पर थीसिस पूरी की है।
कुमार वेंकटरमणी ने IIT-गांधीनगर से PhD की है। पारेख और कुमार के अतिरिक्त, भारतीय वैज्ञानिक अश्विन शेखर और अशोक वर्मा को भी सम्मानित किया गया है।