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कोरोना वायरस: भारत में लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट यूजर्स ने ऐसे बिताया अपना समय

कोरोना वायरस: भारत में लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट यूजर्स ने ऐसे बिताया अपना समय

May 12, 2020
10:02 am

क्या है खबर?

देश में कोरोना वायरस के मामलों की शुरुआत होने के साथ ही लोगों ने घरों से निकलना कम कर दिया था। इसके बाद मार्च में सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन लागू कर दिया। ऐसे में लोगों ने अपना समय गुजारने के लिए इंटरनेट के जरिए सबसे ज्यादा वीडियो स्ट्रीमिंग, सोशल मीडिया साइट्स, किराना डिलीवरी और ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म का उपयोग किया। रिसर्च फर्म कालागाटो (KalaGato) लिमिटेड की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।

वीडियो कॉल

लॉकडाउन के दौरान लोगों ने वीडियो कॉल पर बिताया अधिक समय

लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार फरवरी से अप्रैल के बीच लोगों ने घर पर रहते हुए वीडियो कॉलिंग का सबसे अधिक उपयोग किया। यही कारण रहा कि वीडियो कॉल और ऑफिस मीटिंग के लिए जूम ऐप के प्रतिदिन एक्टिव यूजर्स (DAU) का ग्राफ 185 प्रतिशत तक बढ़ गया। इसी तरह स्काइप के DAU में 100 प्रतिशत, नेटफ्लिक्स के DAU में 122 प्रतिशत और अमेजन के DAU में 72 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।

कमी

ई-कॉमर्स साइट्स के उपयोग में आई कमी

लॉकडाउन से पहले तक लोगों द्वारा सबसे अधिक उपयोग में ली जाने वाली ई-कॉमर्स साइट्स अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील के उपयोग में लॉकडाउन में 50 प्रतिशत कमी देखने को मिली। ये साइट्स लोगों की आवश्यकता के अनुसार सामान की डिलीवरी नहीं कर पाईं। इसके कारण लोगों ने किराने की खुदरा बिक्री के लिए ऑनलाइन साइट बिगबास्केट, डी-मार्ट और फ्रेश टू होम का सबसे अधिक उपयोग किया। इससे इनके DAU 50 प्रतिशत तक बढ़ गए।

हाइपरलोकल

हाइपरलोकल साइट्स से करार के बाद भी नहीं हुआ ई-कॉमर्स साइट्स को ज्यादा फायदा

लॉकडाउन में माल की आपूर्ति करने के अक्षम होने के बाद ई-कॉमर्स साइट अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील ने हाइपरलोकल (स्थानीय क्षेत्र में डिलीवरी करने वाली साइट्स) के साथ करार कर सामान की डिलीवरी करने का प्रयास किया था। इसके बाद भी ये साइट्स आवश्यकता के अनुसार लोगों को माल की आपूर्ति नहीं कर पाई। इसके कारण उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ा। ये सभी बड़ी साइट्स माल होने के बाद भी सप्लाई नहीं कर पाईं।

फूड डिलीवरी

स्विगी-जोमैटो ने यह निकाला रास्ता

लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में फंसे नौकरीपेशा लोगों ने फूड डिलीवरी ऐप डंजो, स्विगी और जोमैटो पर खूब ऑर्डर किए। लोगों की मांग को पूरा करने के लिए इन्होंने ऑफलाइन स्टोर्स, सुपरमार्केट और यहां तक ​​कि कंज्यूमर पैकेज्ड गुड्स ब्रैंड्स के साथ करार कर लिया। इन्होंने लॉकडाउन में लोगों को उसी दिन सामान की डिलीवरी मुहैया कराने का प्रयास किया। इससे स्विगी का DAU 48, जोमैटो का 52 और क्लाउड किचन प्लेटफॉर्म फासोस के DAU 5 प्रतिशत बढ़ गए।

जानकारी

ई-किराना साइट्स को लगा झटका

लॉकडाउन के कारण ई-किराना साइट्स जैसे बिगबास्केट, प्राइमनो और ग्रोफर्स ने लोगों से ऑर्डर तो ले लिए, लेकिन मैनपावर और छोटे सिस्टम के कारण समय पर डिलीवरी नहीं कर पाए। इससे इनको खासा नुकसान झेलना पड़ा है।

ऑनलाइन एजुकेशन

ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म के उपयोग में हुई 47 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी

लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन एजुकेशन प्लेटफॉर्म का भी जमकर उपयोग किया गया। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, फरवरी और अप्रैल के बीच ऑनलाइन गणित शिक्षण पोर्टल, टॉपर्स के DAU में 47 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी देखने को मिली। इसी तरह कोर्सेरा के DAU में 28 और खान एकेडमी के DAU में 33 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई। इसी प्रकार बायज्यूस (BYJU's) के DAU में 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इतना ही नहीं बायज्यूस के उपयोग समय में 106 प्रतिशत की वृद्धि हुई।