गूगल ने रद्द किया हुवाई का एंड्रॉयड लाइसेंस, जानिये स्मार्टफोन पर क्या होगा इसका असर
गूगल ने हुवाई को बड़ा झटका देते हुए उसके साथ बिजनेस रोक दिया है। इतना ही नहीं गूगल ने हुवाई को दिया गया एंड्रॉयड लाइसेंस भी रद्द कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल, हुवाई को दी जा रही हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और दूसरी टेक्निकल सर्विस को बंद कर सकती है। इस फैसले से भविष्य में हुवाई स्मार्टफोन्स पर असर पड़ सकता है। साथ ही इससे कई सवाल भी खड़े होते हैं। आइये, जानते हैं इन सवालों के जवाब।
गूगल ने क्यों लिया यह फैसला?
पिछले कुछ समय से अमेरिका और चीन में ट्रेड वॉर चल रहा है। ऐसे में अमेरिका ने चीनी कंपनी हुवाई को एंटिटी लिस्ट में डाला हुआ है। इस लिस्ट में शामिल कंपनियों के साथ बिजनेस करने के लिए अमेरिकी कंपनियों को कई मंजूरियां लेनी पड़ती हैं। ऐसा किए बिना अमेरिका की भी कंपनी चीन की किसी कंपनी के साथ बिजनेस नहीं कर सकती। गूगल ने अमेरिकी नियमों के तहत यह कदम उठाया है।
क्या हुवाई फोन में काम करना बंद कर देगा एंड्रॉयड?
गूगल ने हुवाई को दिया एंड्रॉयड लाइसेंस रद्द कर दिया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या एंड्रॉयड हुवाई के स्मार्टफोन में काम करना बंद कर देगा? इस बारे में एंड्रॉयड ने बयान जारी कर जानकारी दी है कि हुवाई के मौजूदा स्मार्टफोन्स पर गूगल प्ले और गूगल प्ले प्रोटेक्ट जैसी सर्विस जारी रहेंगी। हुवाई यूजर्स गूगल प्ले स्टोर से ऐप्स भी डाउनलोड कर पाएंगे। हुवाई स्मार्टफोन यूजर्स के लिए यह राहत भरी खबर है।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है हुवाई
हुवाई दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फोन निर्माता कंपनी है। इंटरनेशनल डाटा कॉर्पोरेशन के मुताबिक, कंपनी ने इस तिमाही में सालाना आधार पर 50.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी है और मार्केट में इसका 19 प्रतिशत शेयर है। कंपनी ने 5.9 करोड़ स्मार्टफोन बेचे हैं।
हुवाई को कैसे प्रभावित करेगा यह फैसला?
जानकारों का मानना है कि हुवाई ने बेशक शानदार हार्डवेयर बना लिए हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में हुवाई के लिए गूगल और एंड्रॉयड की सर्विस जरूरी है। एंड्रॉयड लाइसेंस रद्द होना हुवाई के लिए बड़ा झटका है। लाइसेंस रद्द होने से हुवाई अपने यूजर्स के लिए एंड्रॉयड की लेटेस्ट अपडेट उपलब्ध नहीं करवा पाएगी। ऐसे में यूजर्स को पुराने वर्जन इस्तेमाल करते रहना होगा।
अब हुवाई के पास दूसरा क्या तरीका है?
हुवाई पहले से ऐसे किसी फैसले के लिए तैयार थी। हुवाई के एग्जीक्यूटिव रिचर्ड यू ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कंपनी ने अपना ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार कर लिया है। उन्होंने कहा कि कंपनी की पहले से तैयारी थी, लेकिन वो गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर एक इकोसिस्टम में काम करना चाहते हैं। हालांकि, हुवाई के लिए मुश्किलें और बढ़ सकती हैं क्योंकि इंटेल और क्वालकॉम जैसी दूसरी कंपनियां भी उसके साथ अपना बिजनेस बंद कर सकती है।
हुवाई के आने वाले स्मार्टफोन पर होगा यह असर
गूगल, हुवाई के नए स्मार्टफोन्स के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट देना बंद कर देगी। हालांकि, हुवाई एंड्रॉयड ओपन सोर्स प्रोजेक्ट (AOSP) पर उपलब्ध एंड्रॉयड को इस्तेमाल कर सकेगी। गूगल की इस पाबंदी के बाद हुवाई के आगामी स्मार्टफोन्स में जीमेल, गूगल क्रोम और यूट्यूब जैसी ऐप्स काम नहीं करेंगी। हालांकि, गूगल ने फिलहाल के लिए गूगल प्ले की परमिशन दी है, लेकिन आगामी स्मार्टफोन्स के लिए इस पर भी रोक लग सकती है।