आपके बारे में क्या-क्या जानती है गूगल? इस तरीके से लगाएं पता
गूगल आपके बारे में बहुत कुछ जानती है। जी हां, गूगल इंटरनेट पर आपकी एक्टिविटी पर नजर रखती हैं और उससे जुड़ा डाटा दूसरी कंपनियों को देती है। इस डाटा का इस्तेमाल आपको विज्ञापन दिखाने के लिए किया जाता है। अगर आपको लगता है कि आपका डाटा गूगल के पास नहीं जाना चाहिए तो आप इसे बंद भी कर सकते हैं। साथ ही यह भी देख सकते हैं कि गूगल के पास आपका क्या-क्या डाटा स्टोर है। जानिये कैसे।
यूजर का प्रोफाइल तैयार करती है गूगल
अगर आपने गूगल अकाउंट पर वेब एंड ऐप एक्टिविटी सेटिंग को इनेबल किया हुआ है तो गूगल न सिर्फ अपने प्रोडक्ट्स से बल्कि थर्ड पार्टी ऐप्स और वेबसाइट से भी आपकी एक्टिविटी को ट्रैक करती है। इस डाटा के आधार पर गूगल यूजर से जुड़ी कई चीजों का अनुमान लगाकर एक यूजर प्रोफाइल तैयार करती है, जिसे विज्ञापन देने वाली कंपनियों को बेचा जाता है। इसके आधार पर कंपनियां अपने विज्ञापन दिखाती है।
गूगल आपसे जुड़ी किन बातों का अनुमान लगाती है?
गूगल इंटरनेट पर आपकी एक्टिविटी के आधार पर प्रोफाइल तैयार करती है। इसके लिए गूगल आपकी उम्र, लिंग, रिलेशनशिप स्टेटस आदि का इस्तेमाल करती है। इसके अलावा गूगल आपकी एक्टिविटी के आधार पर यह भी जान लेती है कि आप किस टीम, किस ब्रांड, खेल, शहर, सेलिब्रिटी, सर्विस और पालतू जानवर को पसंद करते हैं। एक हिसाब से गूगल अपने प्रोफाइल में आपकी पसंद-नापसंद आदि चीजों को शामिल कर लेती है।
कैसे पता लगाएं कि गूगल के पास आपकी क्या-क्या जानकारी है?
अगर आप देखना चाहते हैं कि कंपनी के पास आपका प्रोफाइल कैसा है तो आपको गूगल अकाउंट पर जाना होगा। सबसे पहले गूगल अकाउंट में साइन इन करें और सेटिंग पर जाए। यहां पर 'मैनेज यूअर डाटा एंड पर्सनलाइजेशन' दिखेेगा। इस पर नीचे स्क्रॉल करने के बाद 'गो टू एड सेटिंग' का ऑप्शन दिखेगा। इस पर टैप करने से आपको आपका प्रोफाइल तैयार दिखेगा। इसमें आपकी वेब एक्टिविटी के आधार पर तैयार सारी चीजें दिखेंगी।
प्रोफाइल में दिख रही एक्टिविटी को ऐसे करें रिमूव
अगर आप अपने इस प्रोफाइल में दिख रही किसी एक्टिविटी को रिमूव करना चाहते हैं तो उस पर टैप करें। इसके बाद इन्हें 'टर्न ऑफ' किया जा सकता है। जेंडर जैसे ऑप्शन में आपको 'टर्न ऑफ' की जगह 'अपडेट' का बटन दिखेगा, आप चाहें तो इसे छोड़ सकते हैं। अपनी मर्जी की एक्टिविटी को रिमूव करने के बाद वेब एंड ऐप एक्टिविटी को बंद करना न भूलें। अगर ऐसा नहीं किया तो गूगल फिर से आपका डाटा स्टोर कर लेगी।