ट्विटर में जल्द मिल सकता है 'एडिट' बटन, लंबे वक्त से काम कर रही है कंपनी

माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर की ओर से कन्फर्म किया गया है कि कंपनी पिछले साल से नए 'एडिट' फीचर पर काम कर रही है। ट्विटर की कम्युनिकेशंस टीम ने एडिट बटन के बारे में जानकारी दी और बताया कि इसका आइडिया किसी पोल से नहीं आया है। बता दें, इसी सप्ताह टेस्ला CEO एलन मस्क ने यूजर्स से ट्वीट पोल में पूछा था कि वे एडिट बटन चाहते हैं या नहीं, और ट्विटर हेड पराग अग्रवाल ने इसे शेयर किया था।
ट्विटर में हेड ऑफ प्रोडक्ट जे सुलिवन ने बताया कि कंपनी 'सुरक्षित तरीके से एडिट फीचर' देने से जुड़े विकल्प तलाश रही है। उन्होंने बताया है कि नए एडिट फीचर की टेस्टिंग ट्विटर ब्लू लैब्स में अगले कुछ महीने में कर सकती है। सुलिवन ने एक ट्वीट थ्रेड में बताया कि 'एडिट' बटन सबसे ज्यादा मांगे गए फीचर्स में से एक है, क्योंकि यूजर्स 'अपनी गलतियों और टाइपोज वगैरह' को सुधारना चाहते हैं।
सुलिवन ने कहा, "बिना टाइम लिमिट्स, कंट्रोल्स और एडिटेड ट्वीट्स से जुड़ी पारदर्शिता के ऐसे फीचर का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है और ट्विटर पब्लिक कन्वर्सेशंस की विश्वसनीयता सुरक्षित रखना चाहती है।" उन्होंने लिखा, "यही वजह है कि पब्लिक कन्वर्सेशंस में एडिट बटन मिलने में वक्त लगेगा और हम एडिट बटन लॉन्च करने से पहले यूजर्स से सक्रिय प्रतिक्रिया लेंगे। हम इश फीचर को पूरी समझ के साथ प्लेटफॉर्म का हिस्सा बनाएंगे और इससे जुड़े अपडेट्स शेयर करेंगे।"
now that everyone is asking…
— Twitter Comms (@TwitterComms) April 5, 2022
yes, we’ve been working on an edit feature since last year!
no, we didn’t get the idea from a poll 😉
we're kicking off testing within @TwitterBlue Labs in the coming months to learn what works, what doesn’t, and what’s possible.
ट्विटर यूजर्स लंबे वक्त से 'एडिट' बटन की मांग कर रहे हैं, लेकिन पिछले CEO और को-फाउंडर जैक डॉर्सी इसके पक्ष में नहीं थे। डॉर्सी ने साल 2020 में कहा था, "हम शायद कभी ऐसा ना करें।" हालांकि, अब भारत मूल के पराग अग्रवाल ट्विटर के CEO हैं और एडिट विकल्प को लेकर उनकी राय जैक से अलग हो सकती है। ट्विटर अकेला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है, जिसपर यूजर्स को पोस्ट एडिट करने का विकल्प नहीं मिलता।
ट्विटर की पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस के साथ एडिट विकल्प की टेस्टिंग की जा सकती है। यानी कि शुरू में ट्विटर उन सब्सक्राइबर्स को यह फीचर दे सकती है, जो इसके लिए एक्स्ट्रा खर्च करने को तैयार हैं। कंपनी ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन सेवा का हिस्सा बनने वाले यूजर्स को ही ट्विटर लैब्स का ऐक्सेस देती है। ट्विटर लैब्स के साथ उन फीचर्स का अर्ली ऐक्सेस मिलता है, जिन्हें बाकी यूजर्स के लिए रोलआउट नहीं किया जा रहा।
मेटा की ओनरशिप वाली फेसबुक सोशल मीडिया सेवा में यूजर्स पहले की गई पोस्ट एडिट कर सकते हैं। हालांकि, एडिट की गई पोस्ट का पिछला वर्जन और एडिट हिस्ट्री देखी जा सकती है। ट्विटर भी ऐसा ही विकल्प ला सकती है और एडिट किए गए ट्वीट्स पर लेबल दिख सकते हैं। इसके अलावा पोस्ट किए जाने के बाद तय वक्त तक ही ट्वीट एडिट करने और पिछला ट्वीट वर्जन देखने का विकल्प मिल सकता है।
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर का नाम पहले 'फ्रेंडस्टॉकर' रखा जाना था और लॉन्च के वक्त इसकी स्पेलिंग 'Twttr' लिखी गई थी। वहीं, कंपनी के नीली चिड़िया वाले लोगो का नाम 'लैरी' है। पहले तीन साल ट्विटर को एक डॉलर का भी रेवन्यू नहीं मिला था।