फेसबुक सभी के लिए लाई हॉरिजन वर्ल्ड्स VR ऐप, मेटावर्स के करीब पहुंचने की कोशिश
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने घोषणा की है कि इसके हॉरिजन वर्ल्ड्स यानी कि अवतार का वर्चुअल रिएलिटी अवतार सभी के लिए रिलीज किया जा रहा है। वर्चुअल रिएलिटी अवतार अभी अमेरिका और कनाडा में 18 साल से ज्यादा उम्र वाले सभी यूजर्स को दिए जा रहे हैं। नए फीचर के साथ यूजर्स फेसबुक ऑक्युलस VR हेडसेट्स के साथ अपना अवतार तैयार कर पाएंगे, जो वर्चुअल दुनिया में गेमिंग या दूसरे यूजर्स के अवतार से मिलने जैसे काम कर सकेगा।
अब तक बीटा मोड में था हॉरिजन वर्ल्ड्स
हॉरिजन वर्ल्ड्स अब तक केवल चुनिंदा यूजर्स के लिए उपलब्ध था और बीटा मोड में था। इसका हिस्सा बनने के लिए यूजर्स को पहले इनवाइट की जरूरत पड़ती थी लेकिन अब बिना किसी इनवाइट के वर्चुअल अवतार बनाया जा सकेगा। रिपोर्ट्स की मानें तो हॉरिजन वर्ल्ड्स मेटावर्स से काफी हद तक अलग है लेकिन इसका शुरुआती वर्जन माना जा सकता है। वर्चुअल रिएलिटी हेडसेट्स लगाकर दोस्तों के वर्चुअल अवतार से आमने-सामने मिला जा सकेगा।
फेसबुक तैयार कर रही है मेटावर्स
फेसबुक CEO मार्क जुकरबर्ग ने अक्टूबर में मेटावर्स से जुड़ी घोषणा करते हुए कहा था, "हमें उम्मीद है कि अगले एक दशक में मेटावर्स करीब एक अरब लोगों तक पहुंच चुका होगा और अरबों डॉलर का डिजिटल कॉमर्स इसका हिस्सा होगा और यह लाखों क्रिएटर्स और डिवेलपर्स को सपोर्ट करेगा।" कंपनी ने बताया है कि यूजर्स को इस वर्चुअल वर्ल्ड से ब्रेक लेने, दूसरों को ब्लॉक, म्यूट और रिपोर्ट करने का विकल्प भी दिया जाएगा।
अक्टूबर में फेसबुक ने बदला अपना नाम
अक्टूबर महीने के आखिर में फेसबुक कंपनी का नाम बदलकर मेटा कर दिया गया है, जिसके साथ इसका फोकस वर्चुअल 'मेटावर्स' तैयार करने पर है। हालांकि, केवल पैरेंट कंपनी का नाम बदला है और बाकी सेवाओं के नाम पहले जैसे ही हैं। इस शेयर्ड वर्चुअल दुनिया को मौजूदा सोशल मीडिया का भविष्य माना जा रहा है। फेसबुक ढेर सारे वर्चुअल रिएलिटी से जुड़े प्रोडक्ट्स ऑफर करती है, जबकि पुराना नाम केवल सोशल मीडिया ऑफरिंग्स से जुड़ा था।
ऑक्युलस हेडसेट्स के साथ VR की ओर कदम
फेसबुक ने साल 2014 में जो अरब डॉलर में ऑक्युलस की ओनरशिप ली थी, जिसके बाद से कंपनी वर्चुअल रिएलिटी और इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। मेटावर्स तैयार करने के लिए सोशल मीडिया कंपनी ऑक्युलस हेडसेट्स पर में बड़ा निवेश कर सकती है। टीम ऑक्युलस आम लोगों को इमर्सिव अनुभव देने की कोशिश कर रही है और इसके लिए मौजूदा डिवाइस की कीमत कम करने पर भी जोर दिया जा रहा है।
दूसरी कंपनियां भी कर रही हैं इसपर काम
फेसबुक का मेटावर्स ऑगमेंटेड और वर्चुअल रिएलिटी की मदद से मिलकर तैयार होगा। माइक्रोसॉफ्ट, रोब्लॉक्स कॉर्पोरेशन और फोर्टनाइट जैसी कंपनियां भी इस दिशा में कदम बढ़ा चुकी हैं। मेटावर्स को दो हिस्सों में बांटा गया है, जिनमें से पहला NFTs और क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा होता है और दूसरा वर्चुअल वर्ल्ड होता है। किसी मुद्दे पर बात या चर्चा करने के लिए मेटावर्स में यूजर्स के अवतार एकसाथ बैठ सकेंगे और अपनी पसंद का स्पेस ऐसा करने के लिए चुन पाएंगे।