कोविड-19 बूस्टर डोज बना सकती है स्कैम का शिकार, खुद को ऐसे रखें सुरक्षित
क्या है खबर?
दो साल से ज्यादा वक्त से कोविड-19 महामारी सभी की जिंदगी पर असर डाल रही है और इसके नए वेरियंट्स सामने आ रहे हैं।
ऐसे वक्त में जब लोग घरों पर ज्यादा वक्त बिता रहे हैं और कोविड-19 वैक्सिनेशन का हिस्सा बन रहे हैं, साइबर अपराधी भी ज्यादा सक्रिय हुए हैं।
ओमिक्रॉन वेरियंट का संक्रमण बढ़ने के बाद सरकार फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की बूस्टर डोज दे रही है।
हालांकि, इस डोज का लालच स्कैम का शिकार बना सकता है।
बूस्टर
सभी को नहीं दी जा रही बूस्टर डोज
कोविड-19 वैक्सीन की तीसरी बूस्टर डोज केवल उन्हें दी जा रही है, जिनके लिए संक्रमण का खतरा ज्यादा है।
ऐसे लोगों में 60 साल से ज्यादा उम्र वाले नागरिक और फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल हैं।
स्कैमर्स इंटरनेट यूजर्स को इस बूस्टर शॉट के लिए रजिस्टर करने का विकल्प दे रहे हैं और उन्हें स्कैम का शिकार बना रहे हैं।
इस तरह उनकी पर्सनल जानकारी से लेकर बैंक अकाउंट डीटेल्स तक चोरी हो सकती हैं।
ऐप
थर्ड-पार्टी ऐप डाउनलोड करने को कहता है स्कैमर
विक्टिम से जुड़ी जानकारी लेने के बाद स्कैमर दोबारा कॉल करता है और बूस्टर डोज के लिए स्लॉट बुक करने की बात करता है।
इसके लिए मोबाइल नंबर पर OTP भेजा जाता है और एनीडेस्क जैसी ऐप डाउनलोड करने की मांग की जाती है।
ऐप की मदद से स्कैमर को यूजर के डिवाइस का ऐक्सेस मिल जाता है।
OTP एक फिशिंग स्कैम के लिए काम करता है और विक्टिम के अकाउंट से पैसे स्कैमर के पास ट्रांसफर हो जाते हैं।
खतरा
ग्रामीण क्षेत्रों में स्कैम का खतरा ज्यादा
रिपोर्ट में बताया गया है कि कोविड-19 बूस्टर स्कैम का खतरा ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा है, जहां बुजुर्ग यूजर्स को इंटरनेट बैंकिंग, UPI और मोबाइल ऐप्स की जानकारी नहीं है।
ऐसे यूजर्स को वैक्सीन स्लॉट बुकिंग का तरीका भी नहीं पता है।
स्कैमर्स उन्हें फंसाने के लिए आसानी से OTP मांग लेते हैं और उन्हें ऐप्स डाउनलोड करने के लिए मनाना मुश्किल नहीं होता।
कम उम्र वाले यूजर्स को भी वैक्सिनेशन स्लॉट का लालच दिया जा रहा है।
सावधानी
क्या है कोविड स्कैम्स से बचने का तरीका?
कोविड-19 वैक्सिनेशन से जुड़े स्कैम्स की शुरुआत फेक या स्पैम कॉल्स से होती है।
ऐसे किसी भी कॉल पर भरोसा ना करें और याद रखें कि वैक्सिनेशन स्लॉट बुक करने के लिए किसी कॉलिंग की जरूरत नहीं है।
कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु ऐप के जरिए ही वैक्सिनेशन स्लॉट्स बुक किए जा सकते हैं।
इसके अलावा अपने फोन नंबर पर आने वाला OTP किसी के साथ शेयर करने की गलती ना करें।
ड्राइव
सीधे वैक्सिनेशन केंद्र जा सकते हैं आप
वैक्सीन की तीसरी खुराक के लिए स्लॉट बुक कराने की जरूरत नहीं है।
बीते दिनों स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि जिन्हें भी तीसरी खुराक की जरूरत है और जो इसके पात्र हैं, वे सीधे अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।
अगर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेने में कोई दिक्कत आ जाए तो वह सीधे वैक्सीनेशन केंद्र जा सकते हैं।
आपको बता दें कि वैक्सीन की दूसरी खुराक के 39 सप्ताह बाद आप तीसरी खुराक लेने के पात्र होंगे।