कोरोना वैक्सीन: जल्द ही कोवैक्स की सप्लाई बहाल करेगा भारत- रिपोर्ट
भारत जल्द ही अंतरराष्ट्रीय समझौते COVAX (कोवैक्स) के जरिए गरीब देशों को कोरोना वायरस वैक्सीन भेजना फिर से शुरू कर सकता है। संक्रमण की दूसरी लहर के समय वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगाई गई थी और अब महामारी पर काबू पाने के बाद इसे फिर से शुरू किया जाएगा। स्वास्थ्य उद्योग से संबंधित दो सूत्रों ने अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि आने वाले कुछ हफ्तों में फिर से वैक्सीन का निर्यात शुरू हो सकता है।
क्या है कोवैक्स?
कोवैक्स WHO, यूनाइटेड ग्लोबल अलायंस फॉर वैक्सीन एंड इम्युनाइजेशन (GAVI) और कॉलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन (CEPI) समेत कई सगंठनों का एक गठबंधन है। इसका लक्ष्य दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन का न्यायसंगत वितरण सुनिश्चित करना है और इसके जरिए गरीब और विकासशील देशों को मुफ्त में वैक्सीन प्रदान की जाती हैं। भारत इसका एक अहम हिस्सा है और अप्रैल में दूसरी लहर के कारण निर्यात बंद करने से पहले गरीब देशों को लगभग 6 करोड़ खुराकें भेज चुका है।
भारत ने अनौपचारिक रूप से दी कोवैक्स को वैक्सीन भेजने की मंजूरी
अब महामारी पर काबू पाने और अपनी लगभग 80 प्रतिशत आबादी को कम से कम एक खुराक लगाने के बाद भारत ने अनौपचारिक रूप से कोवैक्स को वैक्सीन भेजने की मंजूरी दे दी है। एक सूत्र ने बताया कि कोवैक्स के अधिकारी विभिन्न देशों को कोविशील्ड के आवंटन की योजना बना रहे हैं। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है।
पैकेजिंग और निर्यात की मंजूरी के कारण अगले कुछ हफ्ते नहीं भेजी जा सकेंगी खुराकें
एक सूत्र ने बताया कि वैक्सीन की हर खेप को भेजने से पहले इनकी लैबलिंग और पैकेजिंग की जाएगी और सरकार से निर्यात की मंजूरी ली जाएगी। इसका मतलब अगले कुछ हफ्तों तक कोवैक्स को खुराकें नहीं भेजी जा सकेंगी। वहीं विश्व स्वास्थ्य मंत्रालय (WHO) के एक प्रवक्ता ने कहा कि भविष्य में कोवैक्स को मिलने वाली सप्लाई का शिड्यूल अगले हफ्ते जारी किया जाएगा। भारत ने अभी तक मामले पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
नवंबर से दो-तीन करोड़ खुराकें भेजने की बात कह चुके हैं पूनावाला
गौरतलब है कि SII के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने पिछले महीने कहा था कि उनकी कंपनी नवंबर और दिसंबर में कोवैक्स को प्रति महीने दो-तीन करोड़ खुराकें भेज सकती है और जनवरी से ये आंकड़ा बहुत बढ़ जाएगा।
भारत ने पिछले महीने पड़ोसी देशों को भेजी थीं खुराकें
बता दें कि भारत ने पिछले महीने कोरोना वैक्सीन का निर्यात बहाल करते हुए अपने कुछ पड़ोसी देशों को 40 लाख खुराकें भेजी थीं। 'वैक्सीन मैत्री' अभियान के तहत इन खुराकों को भेजा गया था। WHO ने इसके लिए भारत का आभार व्यक्त किया था और इसके साथ ही उससे कोवैक्स की सप्लाई भी बहाल करने का अनुरोध किया था। भारत के सप्लाई बंद करने के बाद कोवैक्स को खुराकों की भारी कमी का सामना करना पड़ा है।