वापस आ गया जोकर मालवेयर! अपने फोन से तुरंत डिलीट कर दें ये 15 ऐप्स
एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लिए मालवेयर लंबे वक्त से खतरा बने हुए हैं और इनमें से जोकर मालवेयर सबसे पुराना और खतरनाक सक्रिय मालवेयर है। चार साल पहले सक्रिय हुआ यह मालवेयर एक बार फिर वापस आ गया है और गूगल प्ले स्टोर तक पहुंच चुका है। साइबर सिक्योरिटी फर्म कैस्परस्काई में एनालिस्ट तत्याना शिश्कोवा ने इससे जुड़ी चेतावनी यूजर्स को दी है। उन्होंने कहा है कि मालवेयर ने कम से कम 15 ऐप्स के जरिए यूजर्स को निशाना बनाया है।
पिछले साल ढेरों ऐप्स में मिला था मालवेयर
जोकर मालवेयर ने पिछले साल भी ढेरों ऐप्स और यूजर्स को इन्फेक्ट किया था और प्ले स्टोर में मौजूद ऐप्स तक पहुंच गया था। कई सिक्योरिटी चेक्स से गुजरने के बाद प्ले स्टोर पर होनी वाली लिस्टिंग में इस मालवेयर का पहुंच जाना खुद गूगल के लिए भी हैरान करने वाला था। गूगल ने यूजर्स को इस खतरे से बचाने के लिए इन्फेक्टेड ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया था और यूजर्स को इससे जुड़ी चेतावनी दी गई थी।
अपने एंड्रॉयड फोन से डिलीट कर दें ये ऐप्स
जिन 15 ऐप्स में जोकर मालवेयर मिलने की बात सामने आई है, उनमें इजी PDF स्कैनर, नाउ QRकोड स्कैन, सुपर-क्लिक VPN, वॉल्यूम बूस्टर लाउडर साउंड इक्वलाइजर, बैटरी चेंजिंग एनिमेशन बबल इफेक्ट्स, स्मार्ट TV रिमोट, वॉल्यूम बूस्टिंग हियरिंग एड, फ्लैशलाइट फ्लैश अलर्ट ऑन कॉल, हैलोवीन कलरिंग और क्लासिक इमोजी कीबोर्ड शामिल हैं। सुपर हीरो-इफेक्ट, डैजलिंग कीबोर्ड, इमोजीवन कीबोर्ड, बैटरी चार्जिंग एनिमेशन वॉलपेपर और ब्लेंडर फोटो एडिटर-इजी फोटो बैकग्राउंड एडिटर ऐप्स में भी यह मालवेयर मिला है।
क्या है जोकर मालवेयर?
जोकर दरअसल एंड्रॉयड मालवेयर फैमिली के सबसे सक्रिय और खतरनाक मालवेयर्स में शामिल है। इससे जुड़ा खतरनाक पहलू यह है कि जोकर हर बार नई तरह से प्ले स्टोर की सुरक्षा को चकमा देता है। यह मालवेयर अपने कोड और पहचान बदलता रहता है, जिसके चलते इसे पहचान पाना और ऐप्स को इन्फेक्ट करने से रोकना आसान नहीं होता। साल 2017 के बाद से यह अलग-अलग तरीके से सक्रिय है और यूजर्स को नुकसान पहुंचा रहा है।
यूजर्स को ऐसे नुकसान पहुंचाता है जोकर
एक बार एंड्रॉयड डिवाइस तक पहुंचने के बाद जोकर मालवेयर SMS, कॉन्टैक्ट लिस्ट्स और डिवाइस से जुड़ी जानकारी चोरी कर लेता है। इस जानकारी का इस्तेमाल कर यूजर्स को कई प्रीमियम सेवाओं से लिए 'साइन अप' कर देता है, जिसके बदले उनसे पैसे लिए जाते हैं। नोटिफिकेशंस से जुड़ी परमिशंस लेकर यह मालवेयर कई तरह के नोटिफिकेशंस और 'साइन-अप' मेसेजेस छुपा देता है, जिससे यूजर्स को इस बारे में पता ना चल पाए।
इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
अपने एंड्रॉयड डिवाइस को इस तरह के मालवेयर से बचाने के लिए जरूरी है कि आप गूगल प्ले स्टोर से ट्रस्टेड ऐप्स ही इंस्टॉल करें। किसी ऐप को डाउनलोड करने से पहले उसके रिव्यूज और रेटिंग्स देखी जा सकती हैं। उन ऐप्स पर भरोसा करें, जिन्हें लाखों बार डाउनलोड किया गया हो और पॉजिटिव रिव्यू मिले हों। इसके अलावा किसी ऐप के मालिशियस होने का शक होने पर आप उसे रिपोर्ट भी कर सकते हैं।