ChatGPT की कंपनी OpenAI ने CEO सैम ऑल्टमैन को किया बर्खास्त
ChatGPT बनाने वाली कंपनी OpenAI ने शुक्रवार को बताया कि उसने अपने CEO सैम ऑल्टमैन को बर्खास्त कर दिया है। कंपनी के बोर्ड के सदस्यों को अब ऑल्टमैन की क्षमताओं पर भरोसा नहीं था कि वे माइक्रोसॉफ्ट समर्थित इस कंपनी का नेतृत्व कर पाएंगे। इस कारण उन्हें कंपनी से बाहर कर दिया गया। उनकी जगह कंपनी की CTO मीरा मूर्ति को अंतरिम CEO बनाया गया है।
कंपनी ने बयान में क्या कहा?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट की रिलीज के साथ ही 38 वर्षीय सैम ऑल्टमैन तकनीकी जगत में एक नई सनसनी बन गए थे। उनकी बर्खास्तगी को लेकर कंपनी के बोर्ड ने बयान में कहा कि एक गहन समीक्षा प्रक्रिया के बाद उन्हें बाहर किया है। वो बोर्ड के साथ बहुत स्पष्टता से बातचीत नहीं कर रहे थे, जिसके कारण बोर्ड अपनी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं कर पा रहा था। अब बोर्ड को उनकी नेतृत्व क्षमता में भरोसा नहीं है।
ChatGPT ने शुरू की थी नई रेस
लगभग एक साल पहले रिलीज हुए ChatGPT ने AI को लेकर एक नई रेस की शुरुआत की और देखते ही देखते अमेजन, गूगल और मेटा जैसी बड़ी कंपनियां इसमें कूद पड़ी। टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट ने OpenAI में निवेश किया था। कुछ दिन पहले ही OpenAI की सालाना कॉन्फ्रेंस में माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख सत्य नडेला ने इसे शानदार साझेदारी करार दिया था। ऑल्टमैन इस कॉन्फ्रेंस के मुख्य वक्ता थे और उनके संबोधन से ही इसकी शुरुआत हुई थी।
ऑल्टमैन ने मैकिन्टौश कंप्यूटर पर सीखी थी प्रोग्रामिंग
ऑल्टमैन का जन्म 1985 में अमेरिका के शिकागो में हुआ और वो मिसूरी के सेंट लुईस में बड़े हुए। 8 साल की उम्र में ऑल्टमैन को गिफ्ट में मैकिन्टोश कंप्यूटर मिला था। इसी से उन्होंने कंप्यूटर को प्रोग्राम और डिसेंबल करना सीख लिया था। उन्होंने बाद में एक इंटरव्यू में बताया कि मैकिन्टोश ने उनकी सैक्सुएलिटी की पहचान को लेकर भी मदद की। 16 साल की उम्र में उन्होंने अपने समलैंगिक होने की बात परिजनों को बताई थी।
2015 में शुरू की OpenAI
2015 में सैम ऑल्टमैन ने अमेरिकी अरबपति एलन मस्क के साथ मिलकर OpenAI की शुरुआत की थी। दरअसल, वो गूगल की डीपमाइंड टेक्नोलॉजीज डिवीजन के काम से चिंतित थे और उनका मकसद यह सुनिश्चित करना था कि कोई सुप्रीम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) मानवता का सफाया न कर दे। इसके बाद लिंक्डइन फाउंडर रेड हॉफमैन और पीटर थील समेत सिलिकॉन वैली की कई प्रमुख हस्तियों ने मिलकर OpenAI को 8,000 करोड़ रुपये की फंडिंग देने का ऐलान किया था।