ऐपल CEO टिम कुक करते हैं ChatGPT का इस्तेमाल, AI की क्षमता पर कही ये बात
टेक कंपनियों और उनके CEO के बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर होड़ मची हुई है, लेकिन बाहरी तौर पर ऐपल इससे दूर दिख रही है। हाल ही में ऐपल के वर्ल्डवाइड डेवलपर कांफ्रेस (WWDC) के 2 घंटे के की-नोट में भी AI का जिक्र नहीं हुआ। हालांकि, ऐपल के CEO टिम कुक ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान OpenAI के चैटबॉट ChatGPT को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
AI पर पूरा ध्यान दे रही है ऐपल- टिम
एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिग्गज टेक कंपनी ऐपल ने प्राइवेसी से जुड़ी चिंताओं के चलते अपने कर्मचारियों के लिए ChatGPT के इस्तेमाल को सीमित कर दिया है। हालांकि, टिम ने गुड मॉर्निंग अमेरिका के एक इंटरव्यू में स्वीकार किया है कि वो ChatGPT चैटबॉट का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने इसकी यूनिक क्षमता का जिक्र किया और कहा कि ऐपल इस पर पूरा ध्यान दे रही है। टिम की टिप्पणी से AI के प्रति ऐपल की प्रतिबद्धता का संकेत मिलता है।
AI के नियमन पर टिम का जोर
टिम ने ChatGPT से जुड़े पूर्वाग्रह, गलत सूचना आदि मुद्दों पर जोर देते हुए उन चिंताओं को दूर करने पर जोर दिया और AI के रेगुलेशन के लिए नियमन की जरूरत बताई। उन्होंने AI टेक्नोलॉजी में तेजी से होने वाली प्रगति से पैदा हुई उन चुनौतियों को भी स्वीकार किया जिनका सामना कंपनियों को करना पड़ सकता है। टिम ने कहा कि यह कंपनियों की जिम्मेदारी है कि वे नैतिक निर्णय लें और सेल्फ रेगुलेशन का अभ्यास करें।
इस वजह से ऐपल कर्मचारियों के ChatGPT इस्तेमाल पर है रोक
रिपोर्ट के मुताबिक ऐपल कर्मचारी ChatGPT और अन्य AI टूल्स का इस्तेमाल इसलिए नहीं कर सकते हैं क्योंकि वे खुद की AI टेक्नोलॉजी विकसित कर रहे हैं। ऐपल को चिंता है कि यदि कर्मचारी ChatGPT का उपयोग करते हैं तो वो खुद के AI प्रोडक्ट की गोपनीय जानकारी साझा कर सकते हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल ने कर्मचारियों से माइक्रोसॉफ्ट के ऑटोमैटिक कोड जनरेटर गिटहब के कोपिलॉट का उपयोग करने से भी मना किया है।
AI के अंधे मुकाबले से ऐपल दिखती है अलग
माइक्रोसॉफ्ट, गूगल जैसे प्रतिद्वंदियों के विपरीत ऐपल CEO ने कंपनी के भीतर AI लागू करने और AI इंडस्ट्री के लिए सावधानी, नैतिकता और रेगुलेशन पर जोर देते हैं। उनकी टिप्पणियां AI के प्रति ऐपल की रणनीति को माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और मेटा जैसी कंपनियों द्वारा अपनाई गई प्रतिद्वंदी रणनीतियों से अलग करती हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने AI के लिए OpenAI से साझेदारी की है तो गूगल का खुद का AI बॉट बार्ड है।