OpenAI ने आईफोन के लिए लॉन्च की ChatGPT ऐप, अब एंड्रॉयड की बारी
OpenAI का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT लोकप्रिय तो है, लेकिन इसमें एक चीज की कमी लंबे समय से महसूस की जा रही थी। दरअसल, अभी तक इसे सिर्फ इसकी वेबसाइट के जरिए ही इस्तेमाल किया जा सकता था। लॉन्चिंग को इतना समय होने के बाद भी कंपनी ने इसकी ऐप नहीं लॉन्च की थी। अब OpenAI ने ChatGPT आईफोन ऐप लॉन्च कर दी है। जल्द ही इसका एंड्रॉयड वर्जन भी आने वाला है।
जल्द ही सभी iOS यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा ChatGPT
OpenAI की CTO मीरा मुराती ने कहा कि ट्वीट कर बताया कि iOS के लिए ChatGPT ऐप लॉन्च कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी यह सिर्फ अमेरिका के लिए लॉन्च की गई है और जल्द ही पूरे विश्व के लिए इसे उपलब्ध कराया जाएगा। मीरा ने बताया कि अगली बारी एंड्रॉयड के लिए ऐप लॉन्च करने की है। बता दें कि ChatGPT के लिए यह पहली आधिकारिक मोबाइल ऐप है।
मुफ्त में उपलब्ध है ऐप
ऐपल के ऐप स्टोर में ChatGPT ऐप से जुड़े स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है कि यह ऐप सवालों का जवाब तुरंत दे सकती है। मुश्किल या असहज स्थितियों के लिए बेहतरीन जवाब तैयार करती है। यह क्रिएटिव चीजों से जुड़े सवालों का जवाब देने में सक्षम है। ChatGPT ऐप मुफ्त में उपलब्ध है। हालांकि, इसके ChatGPT प्लस वर्जन के लिए लगभग 1,600 रुपये प्रतिमाह चार्ज देना होगा। प्लस वर्जन में कुछ अन्य फीचर्स भी मिलते हैं।
ChatGPT प्लस के फायदे
ChatGPT प्लस के सब्सक्राइबर को इसका लेटेस्ट मॉडल GPT-4 मिल जाता है और इसके अलावा पीक-ऑवर यूसेज, तेज रिस्पॉन्स टाइम, प्रॉयरिटी एक्सेस, बेहतर AI मॉडल जैसे बेहतरीन फीचर्स मिलते हैं। ChatGPT का फ्री वर्जन कई बार डाउन हो जाता है, लेकिन प्लस वर्जन में यह डाउन नहीं होता। प्लस वर्जन में तेजी से टेक्स्ट जनरेट होते हैं, जिससे यूजर्स का समय बचता है। OpenAI जब भी कोई नया फीचर जारी करेगी तो प्लस सब्सक्राइबर को पहले उसका एक्सेस मिलेगा।
वॉयस इनपुट में भी सक्षम है ChatGPT ऐप
कंपनी ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि ChatGPT ऐप वॉयस इनपुट भी स्वीकार करती है यानी अब यूजर्स बोलकर भी अपने सवाल पूछ सकेंगे। गूगल ने भी बार्ड के अपडेटेड वर्जन में वॉयस इनपुट दिया है।
ChatGPT ने टेक कंपनियों को AI प्रोग्राम में तेजी के लिए किया मजबूर
ChatGPT ऐसा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है, जो पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया गया था। लॉन्च होने के कुछ ही हफ्तों में इसके 10 करोड़ से अधिक यूजर्स हो गए थे। इसकी लोकप्रियता ने टेक कंपनियों को अगली पीढ़ी के AI ऐप्स को अपनाने और उसमें निवेश करे के लिए मजबूर कर दिया। गूगल जैसी दिग्गज कंपनियों को समय से पहले ही जल्दबाजी में अपना AI चैटबॉट बार्ड लॉन्च करना पड़ गया था।