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विंडोज 11 में डिफॉल्ट ब्राउजर बदलना होगा मुश्किल, गूगल और फायरफॉक्स नाखुश
विंडोज 11 में डिफॉल्ट ब्राउजर बदलने की प्रक्रिया मुश्किल होगी।

विंडोज 11 में डिफॉल्ट ब्राउजर बदलना होगा मुश्किल, गूगल और फायरफॉक्स नाखुश

Aug 19, 2021
06:49 pm

क्या है खबर?

माइक्रोसॉफ्ट की ओर जून में विंडोज 11 ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया गया है, जिसका फाइनल अपडेट सभी यूजर्स को अक्टूबर से मिल सकता है। इसमें इंटरफेस से जुड़े बदलावों के अलावा ढेरों नए फीचर्स दिए गए हैं। हालांकि, विंडोज 11 में डिफॉल्ट ब्राउजर बदलने की प्रक्रिया मुश्किल कर दी गई है, जिसे लेकर गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स ने नाराजगी जताई है। यूजर्स को नए OS में बाय-डिफॉल्ट माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर मिलेगा।

रिपोर्ट

ब्राउजर स्विच करना आसान नहीं होगा

The Verge की रिपोर्ट में सामने आया है कि विंडोज 11 में डिफॉल्ट वेब ब्राउजर सेट करना और एक से दूसरे ब्राउजर पर स्विच करना आसान नहीं होगा। यह प्रक्रिया मुश्किल होने के चलते ज्यादातर यूजर्स माइक्रोसॉफ्ट एज को ही डिफॉल्ट ब्राउजर के तौर पर इस्तेमाल करते रहेंगे। माइक्रोसॉफ्ट की ओर से विंडोज में पहले कभी ऐसा नहीं किया गया है और यूजर्स को सेटिंग्स बदलने आसान विकल्प मिलते हैं।

तरीका

ऐसे बदल सकते हैं डिफॉल्ट ब्राउजर

माइक्रोसॉफ्ट एज ब्राउजर की मदद से कोई ब्राउजर इंस्टॉल करने पर यूजर्स को विंडोज 11 के लिए नया ब्राउजर चुनने का प्रॉम्प्ट दिखाया जाएगा। यूजर्स आसानी से सिस्टम में इंस्टॉल ब्राउजर्स में से किसी एक को चुनकर ब्राउजिंग शुरू कर सकेंगे। हालांकि, ऐसा करने पर उनका डिफॉल्ट ब्राउजर नहीं बदलेगा और उन्हें सबसे नीचे दिखने वाले 'ऑलवेज यूज दिस ऐप' टॉगल को ऑन करना होगा। इसके बगल दिखने वाले बॉक्स पर क्लिक करने के बाद यूजर्स डिफॉल्ट ब्राउजर बदल पाएंगे।

चिंता

ब्राउजर बदलना भूले तो होगी परेशानी

अगर शुरू में मिल रहे इन विकल्पों के दौरान यूजर अपना डिफॉल्ट ब्राउजर बदलना भूल जाता है तो बाद में ऐसा करना आसान नहीं होगा और लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। गूगल क्रोम, मोजिला फायरफॉक्स या ओपेरा जैसे ब्राउजर्स यूजर्स को नोटिफिकेशंस दिखाकर उन्हें डिफॉल्ट सेट करने के लिए कहेंगे। इस नोटिफिकेशन पर टैप करने पर यूजर्स को सेटिंग्स में भेजा जाएगा, जहां वे अपनी डिफॉल्ट ऐप्स बदल सकते हैं। इसके बाद की सेटिंग्स कंपनी ने मुश्किल बना दी हैं।

सेटिंग्स

सेटिंग्स पेज पर लिंक टाइप्स की लंबी लिस्ट

विंडोज सेटिंग्स में जाने पर यूजर्स को अलग-अलग ऐप्स और टाइप्स की लिस्ट दिखेगी, जिसमें से वे डिफॉल्ट ब्राउजर चुन सकेंगे। PC में इंस्टॉल अलग-अलग वेब ब्राउजर्स दिखाने और वेब ब्राउजिंग के लिए सिंगल टाइप के बजाय विंडोज 11 यूजर्स से फाइल टाइप या लिंक के हिसाब से अलग-अलग डिफॉल्ट वेब ब्राउजर्स चुनने के लिए कहेगी। उदाहरण के लिए अगर यूजर गूगल क्रोम को डिफॉल्ट वेब ब्राउजर बनाना चाहता है तो उसे सभी फाइल टाइप्स के लिए क्रोम चुनना होगा।

नाराजगी

दूसरी ऐप्स बदलाव से खुश नहीं

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज 11 में किया गया यह बदलाव पूरी प्रक्रिया को मुश्किल बनाता है, साथ ही नई प्रक्रिया जरूरी भी नहीं है। दूसरी कंपनियों का मानना है कि नई सेटिंग्स की वजह से विंडोज यूजर्स उनके ब्राउजर का कम इस्तेमाल करेंगे। दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट की कोशिश नए एज ब्राउजर को गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स की तरह ज्यादा यूजर्स तक पहुंचाने की है। कंपनी चाहती है कि एडवांस्ड फीचर्स वाले इस ब्राउजर का इस्तेमाल ज्यादा यूजर्स करें।