जल्द सस्ता ऐपल टीवी लॉन्च कर सकती है ऐपल, एनालिस्ट ने किया दावा

कैलिफोर्निया की टेक कंपनी ऐपल की पहचान मार्केट में प्रीमियम प्रोडक्ट्स और सेवाएं देने के चलते बनी है। हालांकि, कंपनी का अफॉर्डेबल आईफोन मॉडल मार्केट में सफल रहा है। अब संकेत मिले हैं कि ऐपल अपने एक और डिवाइस का अफॉर्डेबल वर्जन लॉन्च कर सकती है। नई रिपोर्ट के मुताबिक, साल के आखिर तक ग्राहकों को सस्ता ऐपल टीवी खरीदने का विकल्प मिल सकता है, जिसपर कंपनी काम कर रही है।
लोकप्रिय ऐपल एनालिस्ट मिंग-ची कुओ ने बताया है कि ऐपल इस साल की दूसरी छमाही में ऐपल टीवी का सस्ता मॉडल लॉन्च कर सकती है। कुओ ने बताया कि इस कम कीमत वाले टीवी के साथ कंपनी का मकसद अपने कॉम्पिटीटर्स को टक्कर देना होगा। उनका मानना है कि कंपनी की एग्रेसिव स्ट्रेटजी हार्डवेयर, कंटेंट और सर्विस इंटीग्रेशन के साथ दूसरी कंपनियों और इसके बीच आए अंतर को कम करेगी।
ऐपल टीवी HD की कीमत 32GB वर्जन के लिए अभी 15,900 रुपये है। वहीं, ऐपल टीवी 4K की कीमत 18,900 रुपये से शुरू है। कुओ ने सस्ते ऐपल टीवी के स्पेसिफिकेशंस से जुड़े कोई संकेत नहीं दिए हैं और इससे जुड़ी कोई जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, सस्ते डिवाइस के साथ कंपनी अमेजन फायर टीवी स्टिक जैसे डिवाइसेज को टक्कर दे पाएगी, जिनकी कीमत 6,499 रुपये से शुरू होती है।
The Verge के मुताबिक, ऐपल टीवी की पहचान कंपनी की खास EDID (एक्सटेंडेड डिस्प्ले आइडेंटिफिकेशन डाटा) क्षमताओं के चलते है। EDID के साथ डिस्प्ले के साथ प्लग्ड-इन सेट-टॉप-बॉक्स या दूसरे वीडियो आउटपुट डिवाइसेज को इससे जुड़ी जानकारी दी जाती है। ऐपल टीवी के साथ ढेरों होम थिएटर स्टैंडर्ड्स और फॉरमेट्स का सपोर्ट मिल जाता है। यह डिवाइस मेन टीवी से प्लग-इन होने के बाद उसकी ओर से सपोर्ट किए जाने वाले फॉरमेट्स को एडॉप्ट कर लेता है।
बीते कुछ साल में ऐपल ने अपना कस्टमर-बेस बढ़ाने की कई कोशिशें की हैं। अभी ऐपल के स्ट्रीमिंग डिवाइस की कीमत ज्यादा होने के चलते ग्राहक दूसरे विकल्पों का चुनाव करते हैं। कंपनी ने पाया है कि इसके हार्डवेयर तक पहुंच होने के बाद ही यूजर्स सॉफ्टवेयर आधारित सेवाओं का सब्सक्रिप्शन लेते हैं। बता दें, ऐपल की कमाई का बड़ा हिस्सा ऐपल टीवी+, ऐपल म्यूजिक और दूसरी सेवाओं की सब्सक्रिप्शन फीस से आता है।
ऐपल ने ने भारत में डेबिट और क्रेडिट कार्ड्स की मदद से पेमेंट लेना बंद कर दिया है। यानी कि सेवाएं जारी रखने और सब्सक्रिप्शन लेने के लिए यूजर्स को अलग से ऐपल फंड्स में पैसे ऐड करने होंगे। ऐपल फंड किसी वॉलेट ऐप की तरह काम करेगा, जिससे हर महीने सब्सक्रिप्शन रिन्यू करने के लिए पैसे कट जाएंगे। अब तक ऐपल यूजर्स को डेबिट या क्रेडिट कार्ड से सब्सक्रिप्शन फीस देने का विकल्प मिल रहा था।