स्मार्ट टीवी के जरिए आपकी जिंदगी में ताकझांक कर सकते हैं हैकर्स, ऐसे बचें
स्मार्टफोन के बाद अब स्मार्ट टीवी का दौर शुरू हो गया है। लोग पुराने टीवी या स्क्रीन की जगह नए स्मार्ट टीवी खरीद रहे हैं। सैमसंग, एलजी और शाओमी जैसी कई कंपनियां है जो स्मार्ट टीवी बना रही हैं। स्मार्ट टीवी दिखने में आम टीवी जैसे ही होते हैं, लेकिन ये सॉफ्टवेयर की मदद से ऑपरेट करते हैं। इसके अलावा इन्हें इंटरनेट की भी जरूरत होती है। ऐसे में लगातार हैकिंग का भी खतरा बना रहता है।
स्मार्ट टीवी में रहता है हैकिंग का खतरा
चूंकि अधिकतर घरों में लोग अपने बेडरूम या लिविंग रूम में लगाते है ऐसे में प्राइवेसी बहुत जरूरी हो जाती है। कई ऐसी रिपोर्ट भी सामने आई हैं, जहां हैकर्स ने स्मार्ट टीवी को हैक कर एक कपल का वीडियो वायरल कर दिया था।
कैमरा और माइक्रोफोन बनते हैं हैकर्स के हथियार
कई स्मार्ट टीवी में कैमरा और माइक्रोफोन दिए होते हैं। दरअसल, स्मार्ट टीवी के लिए ये जरूरी भी है। माइक्रोफोन का इस्तेमाल टीवी को वॉयस कमांड देने के लिए किया जाता है। वहीं कई टीवी में रिमोट के जरिए वॉयस कमांड्स दी जाती हैं। स्मार्टफोन के मामले में हमने देखा है कि तमाम तरह की सिक्योरिटी के बाद भी कई बार स्मार्टफोन्स हैक हो जाते हैं। ऐसे में हैकर्स के लिए टीवी को हैक करना कतई मुश्किल काम नहीं है।
कैमरा और माइक्रोफोन के जरिए आप पर नजर
सोचिये जरा, आप अपने घर में बैठे बात कर रहे हैं और हैकर्स कैमरा और माइक्रोफोन के जरिए आपकी हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। आपको इसकी भनक भी नहीं लगेगी और आपकी निजता का उल्लंघन होता रहेगा।
स्मार्ट टीवी को हैकिंग से बचाने के लिए क्या करें
अगर आपके स्मार्ट टीवी में कैमरा है और आप इसे इस्तेमाल नहीं करते तो इसे सेटिंग में जाकर डिसेबल कर दें। इसके अलावा आप कैमरे पर काली टैप लगाकर भी कैमरे की नजर से बच सकते हैं। यह तरीका आप लैपटॉप के कैमरे के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यही तरीका आप माइक्रोफोन के लिए भी आजमा सकते हैं। कैमरा की तरह माइक्रोफोन को सेटिंग में जाकर इसे डिसेबल किया जा सकता है
समय पर अपडेट करते रहें सॉफ्टवेयर
कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को हैक होने से बचाने के लिए समय-समय पर सॉफ्टवेयर और ऐप्स अपडेट करती रहती हैं। इसलिए जैसे ही कंपनी की तरफ से कोई अपडेट जारी हो, अपने टीवी को तुरंत अपडेट कर लें। इसके अलावा जैसे आप अपने स्मार्टफोन को वायरस से बचाने के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स इंस्टॉल नहीं करते, वैसे ही स्मार्ट टीवी में थर्ड पार्टी ऐप्स डाउनलोड करने से बचे। थर्ड पार्टी ऐप्स में मालवेयर हो सकते हैं।
ओपन वाईफाई से न करें कनेक्ट
अगर स्मार्ट टीवी के साथ मिला रिमोट खराब हो गया है तो कंपनी का ही रिमोट खरीदें। कुछ पैसे बचाने के लिए खरीदा गया रिमोट आपके टीवी के लिए नुकसानदायक हो सकता है। साथ ही स्मार्ट टीवी को पब्लिक वाईफाई से कनेक्ट न करें।