अलीबाबा भी AI चैटबॉट की रेस में कूदी, पेश किया टोंगी कियानवेन का टीजर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट की दौड़ में अब चीन दिग्गज टेक कंपनी अलीबाबा भी शामिल हो गई है। अलीबाबा अपने AI चैटबॉट टोंगी कियानवेन को इस्तेमाल करने के लिए कंपनियों की तलाश कर रही है। अलीबाबा ने कंपनियों के इस्तेमाल के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। चैटबॉट की आधिकारिक वेबसाइट में फोन नंबर और ईमेल के लिए बॉक्स दिया गया है, लेकिन AI के सटीक इस्तेमाल के बारे में कोई विशेष जानकारी नहीं दी गई है।
अलीबाबा ने टोंगी कियानवेन का टीजर जारी किया
मंगलवार को अलीबाबा क्लाउड इवेंट में AI बॉट टोंगी कियानवेन के आधिकारिक लॉन्च की उम्मीद है। इस कार्यक्रम में कंपनी के क्लाउड डिवीजन के साथ ही अलीबाबा ग्रुप के CEO डेनियल झांग भी होंगे। अलीबाबा के क्लाउड कंप्यूटिंक डिवीजन ने शुक्रवार को एक टीजर जारी किया, जिसमें सोशल मीडिया पर एक मैसेज पोस्ट किया गया था। मैसेजे कुछ ऐसा था, "हैलो, मेरा नाम टोंगी कियानवेन है। यह हमारी पहली मीटिंग है। मैं आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत करता हूं।"
जैक मा ने कई साल पहले AI को लेकर कही थी ये बात
अलीबाबा के फाउंडर जैक मा ने लगभग पहले कहा था कि AI के जरिए लोगों को हफ्ते में 12 घंटे काम करना सीखना चाहिए। तकनीक में सुधार से हफ्ते में 3 दिन और दिन में 4 घंटे काम करना संभव हो सकता है। इससे पहले जैक मा ने कहा था कि 8 घंटे काम की सोच वालों की जरूरत नहीं है। रोज 12 घंटे और हफ्ते में 6 दिन के काम करना चाहिए। इसे लेकर उनकी काफी निंदा हुई थी।
AI चैटबॉट के मामले में ChatGPT सबसे ज्यादा चर्चित
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट के मामले में सबसे पहले OpenAI द्वारा तैयार किए गए ChatGPT ने बाजी मारी। ये भी कह सकते हैं कि OpenAI में निवेश करके माइक्रोसॉफ्ट ने AI की रेस में सबसे पहली उड़ान भरी। इसके बाद ChatGPT बहुत ही कम समय में काफी लोकप्रिय हो गया। ChatGPT की लोकप्रियता को देखते हुए टेक जगत की बाकी बड़ी कंपनियों और उनके CEO इस दिशा में काफी तेजी से एक्टिव हुए।
बार्ड, एर्नी और मेटा का SAM भी हैं चर्चित
इस समय AI चैटबॉट के मामले में ChatGPT ज्यादा चर्चित है। गूगल का बार्ड, चीन की कंपनी बायडू का एर्नी बॉट और अब अलीबाबा का चैटबॉट टोंगी भी चर्चा में है। इनके अलावा भी मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग सहित कई अन्य टेक जगत के दिग्गज आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रहे हैं। अभी हाल ही में मेटा में अपना एक AI मॉडल SAM पेश किया है। कई लोग AI के विकास को रोकने की बात भी कर रहे हैं।