बिगबास्केट में बड़ी हिस्सेदारी खरीदने को तैयार टाटा ग्रुप, इसी महीने हो सकता है सौदा
क्या है खबर?
टाटा ग्रुप और देश के सबसे बड़े ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म्स में से एक बिगबास्केट के बीच सौदे की बात अंतिम चरण में पहुंच गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टाटा ग्रुप बिगबास्केट में बहुलांश हिस्सेदारी (Majority Stake) खरीदने को तैयार है। इस महीने के अंत तक यह सौदा हो सकता है।
बताया जा रहा है कि चीनी कंपनी अलीबाबा ग्रुप बिगबास्केट में अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच सकती है। अभी अलीबाबा के पास बिगबास्केट के 29.1 प्रतिशत शेयर हैं।
सौदा
पिछले कुछ समय से जारी है बातचीत
बिगबास्केट देश के सबसे बड़े ऑनलाइन ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म में शामिल हैं। कंपनी को रोजाना लगभग तीन लाख ऑर्डर मिलते हैं। इस साल मार्च में कंपनी की कीमत 1.23 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी।
जानकारों का कहना है कि बिगबास्केट में निवेश कर टाटा ग्रुप सुपर ऐप बनाने की दिशा में कदम उठा रहा है।
बीते कुछ समय से इस निवेश को लेकर दोनों कंपनियों के बीच बातचीत चल रही थी और अब यह अंतिम चरण में पहुंच गई है।
जानकारी
फंड जुटाने की कोशिश में है बिगबास्केट
बिगबास्केट फंड जुटाकर अपनी कीमत को दो अरब डॉलर तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ने कुछ महीनों पहले गोल्डमैन सैक्स और मॉर्गन स्टेनली को नियुक्त किया था।
जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी ने रिटेलिंग की तस्वीर बदलकर रख दी है। भारत में भी अब लोग ऑनलाइन शॉपिंग को प्राथमिकता दे रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में काफी तेजी देखी गई थी, जिसके चलते निवेशक इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं।
कयास
कई निवेशकों की हिस्सेदारी खरीद सकता है टाटा ग्रुप
बताया जा रहा है कि टाटा ग्रुप बिगबास्केट में अलीबाबा की पूरी हिस्सेदारी (29.1 प्रतिशत) खरीदने के साथ दूसरे निवेशकों की हिस्सेदारी भी खरीदेगी।
बिगबास्केट के दूसरे बड़े निवेशकों में अबराज ग्रुप (16.3 प्रतिशत), एसेंट कैपिटल (8.6 प्रतिशत), हेलियॉन वेंचर पार्टनर्स (7 प्रतिशत), बेसेम्मर वेंचर पार्टनर्स (6.2 प्रतिशत), मिराई एस्सेट नवर एशिया (5 प्रतिशत), इंटनरेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन (4.1 प्रतिशत), सैंड्स कैपिटल (4 प्रतिशत) और CDC ग्रुप (3.5 प्रतिशत) के नाम शामिल हैं।
मुकाबला
ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में कड़ा मुकाबला
टाटा के बिगबास्केट में निवेश से ऑनलाइन ग्रॉसरी सेगमेंट में कड़ा मुकाबला होना तय है।
अमेजन और फ्लिपकार्ट पहले से ही ऐसी सेवा दे रही है, वहीं रिलायंस ने जियोमार्ट के जरिये इस सेगमेंट में उतर चुकी है।
बताया जा रहा है कि टाटा ग्रुप डिजिटल मार्केट में अपनी उपस्थिति बढ़ाना चाहती है। खबरें आई थीं कि इसके लिए वह स्नैपडील और इंडिया मार्ट में भी हिस्सेदारी खरीदने की बात कर रहा है।