इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के बढ़ते चलन के बीच चीन ने कहा- कैश लेने से इनकार करना गैर-कानूनी
क्या है खबर?
चीन में इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के बढ़ते प्रयोग के बीच वहां के केंद्रीय बैंक ने कहा है कि कैश के रूप में भुगतान लेने से इनकार करना गैर-कानूनी है।
बैंक ने कहा कि ऐसी घटनाएं कैश में लोगों के भरोसे को कम कर सकती है और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान नहीं करने वालों के साथ यह भेदभाव होगा।
बैंक का यह बयान ऐसे समय में आया है जब 'अलीपे' और 'वीचैट' प्लेटफॉर्म इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के लिए काफी मशहूर हो रहे हैं।
चलन
इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट का चलन बढ़ा
बैंक ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट भुगतान करने का नया तरीका है, लेकिन इसके बदले कैश पेमेंट नहीं रोकी जानी चाहिए। समय के साथ यह आदत बन जाएगी और लोग कैश में अपना भरोसा खो सकते हैं।
बता दें कि चीन में इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट काफी लोकप्रिय हो गई है। शंघाई और बीजिंग जैसे शहरों में कई दुकानदारों ने कैश लेना बंद कर दिया है।
सार्वजनिक यातायात और दुकानों पर इलेक्ट्रोनिक पेमेंट से ही भुगतान लिया जा रहा है।
जानकारी
चीन में सबसे लोकप्रिय हैं अलीपे
अलीबाबा ग्रुप का 'अलीपे' और टेनसेंट होल्डिंग्स का 'वीचैट' चीन में काफी लोकप्रिय है। एक सर्वे के मुताबिक, ये दोनों प्लेटफॉर्म देश के अमीरों के बीच इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के लिए सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म हैं।
बयान
'कैशलेस सिटी' का मतलब कैश लेने से इनकार नहीं- बैंक
बैंक ने सिर्फ इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट स्वीकार करने को बुजुर्गों और इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के तरीकों से अनजान लोगों के साथ भेदभाव बताते हुए कहा कि कुछ लोगों को इस तरीके से भुगतान करने में परेशानी हो सकती है।
स्थानीय प्रशासन कई शहरों को 'कैशलेस सिटी' कहकर प्रचारित कर रहे हैं। इस पर बैंक ने कहा कि कैशलेस सिटी का मतलब यह नहीं होना चाहिए कि यहां कैश में भुगतान स्वीकार नहीं किया जाता।