Page Loader
UPSC परीक्षा के सवाल हल नहीं कर पाया ChatGPT, गूगल का इंटरव्यू कर लिया था पास
UPSC की परीक्षा में फेल हो गया ChatGPT

UPSC परीक्षा के सवाल हल नहीं कर पाया ChatGPT, गूगल का इंटरव्यू कर लिया था पास

लेखन रजनीश
Mar 04, 2023
09:30 pm

क्या है खबर?

OpenAI कंपनी का आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT अपनी लॉन्चिंग के बाद से चर्चा में बना हुआ है। यह ईमेल और रिज्यूम लिखने से लेकर कॉलेज स्टूडेंट्स के नोट्स बनाने के काम कुछ ही सेकेंड में कर देता है। कई जगहों पर तो ChatGPT ने लोगों की नौकरी भी छीन ली। इसने गूगल का इंटरव्यू और अमेरिका की मेडिकल परीक्षा पास कर ली, लेकिन भारत में UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की परीक्षा में यह फेल हो गया।

परीक्षा

UPSC की प्रारंभिक परीक्षा से पूछे गए थे सवाल

ChatGPT तो UPSC की प्रारंभिक परीक्षा में ही फेल हो गया है। इसका टेस्ट बेंगलुरू स्थित एनालिटिक्स इंडिया मैगजीन ने लिया था। टेस्ट के दौरान ChatGPT से UPSC 2022 की प्रारंभिक परीक्षा के पेपर 1, सेट A से 100 सवाल पूछे गए थे, जिसमें से यह सिर्फ 54 सवालों का ही जवाब दे पाया। 2021 में जनरल गैटेगरी के लिए कटऑफ 87.54 फीसदी थी। ऐसे में ChatGPT 2021 के UPSC की परीक्षा में फेल हो जाता।

विषय

इंटरनेट पर मौजूद हैं सवालों के जवाब

UPSC के टेस्ट में ChatGPT से भूगोल, अर्थशास्त्र, इतिहास, पारिस्थितिकी, विज्ञान से लेकर करंट अफेयर्स, सामाजिक विकास और राजनीति तक के सवाल पूछे गए थे। मजेदार बात यह रही कि ChatGPT से जो सवाल पूछे गए थे, उन सभी सवालों के जवाब इंटरनेट पर पहले से ही मौजूद हैं। इसके बावजदू ChatGPT ने करंट अफेयर्स से हटकर अर्थव्यवस्था और भूगोल जैसे विषयों से पूछे जाने वाले प्रश्नों का भी गलत जवाब दिया।

उदाहरण

सिंगापुर में छठी कक्षा की परीक्षा में भी फेल रहा ChatGPT

ChatGPT से पूछा गया कि अजरबैजान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान में से कौन से देश अफगानिस्तान के साथ सीमा साझा करते हैं तो इसने पहले चार देशों का नाम बताया, जबकि सही उत्तर ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान था। ChatGPT ने कई अन्य सवालों के जवाब भी गलत दिए। UPSC के अलावा ChatGPT कथित तौर पर सिंगापुर में छठी कक्षा के छात्रों के लिए तैयार की गई परीक्षा में भी फेल हुआ था।

नॉलेज

ChatGPT के पास सितंबर 2021 तक ही है डाटा 

UPSC के पेपर में ChatGPT के फेल होने पर उन लोगों की बातों को एक बार फिर बल मिल गया है, जिनका मानना है कि यह इंसानों की जगह कभी नहीं ले पाएगा। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन के अनुसार, ChatGPT का ज्ञान सीमित है और इसमें सितंबर 2021 तक का ही डाटा है। यह सवाल का जवाब देने के लिए सर्च इंजन की तरह वेबसाइटों का लिंक नहीं देता है बल्कि मानवीय भाषा में लिखकर जवाब देता है।

ट्रांसफार्मर

क्या है ChatGPT?

ChatGPT (जेनरेटिव फ्री-ट्रेंड ट्रांसफार्मर) OpenAI द्वारा तैयार किया गया ऐसा AI चैटबॉट है जो सवालों का जवाब मानवीय भाषा में देता है। ChatGPT को OpenAI ने 30 नवंबर, 2022 को लॉन्च किया था। इस चैटबॉट में इंसानों द्वारा लिखित किताबों, इंटरनेट और अन्य माध्यम से उपलब्ध जानकारियों का एक विशाल डाटाबेस मौजूद है। ChatGPT इस डाटाबेस की मदद से आपके लिए वीडियो तैयार कर सकता है, आर्टिकल लिख सकता है और कठिन सवालों का जवाब दे सकता है।