ओडिशा में कौन होगा भाजपा का पहला मुख्यमंत्री? इन संभावित नामों की चल रही चर्चा
क्या है खबर?
ओडिशा में हुए विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा ने 147 सीटों में से 78 जीतकर पहली बार पूर्ण बहुमत हासिल किया है।
इसके बाद अब राज्य में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री के नाम को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है। मंगलवार को होने वाली पार्टी के अहम बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाई जाएगी।
हालांकि, इससे पहले मुख्यमंत्री पद पर बैठने वाले कई संभावित नामों की चर्चा हो रही है।
ऐसे में आइए इनके बारे में जानते हैं।
समरोह
ओडिशा में बुधवार को होगा शपथ ग्रहण समारोह
ओडिशा में बुधवार (12 जून) को राजधानी भुवनेश्वर के जनता मैदान में मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होगा।
इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के शीर्ष नेता और पार्टी के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।
इससे पहले मंगलवार को होने वाली विधायक दल की अहम बैठक में मुख्यमंत्री का नाम पर मुहर लगाई जाएगी।
इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव बतौर पर्यवेक्षक शामिल होंगे।
जानकारी
भाजपा ने बिना मुख्यमंत्री चेहरे के लड़ा था चुनाव
ओडिशा में भाजपा ने बिना मुख्यमंत्री के चेहरे के चुनाव लड़ा है। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में कई रैलियां कर लोगों को आकर्षित करने का काम किया था और इसमें उन्हें सफलता भी मिल गई है। अब मुख्यमंत्री के नाम का फैसला बड़ी चुनौती है।
#1
मनमोहन सामल (ओडिशा भाजपा अध्यक्ष)
विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और जुएल ओराम को मुख्यमंत्री पद का प्रमुख चेहरा माना जा रहा था, लेकिन अब इन्हें NDA सरकार के केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल कर लिया गया है।
ऐसे में सबसे बड़े दावदेरों में ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल का नाम आ रहा है।
हालांकि, सामल चंदबली सीट से 1,916 वोटों के मामूली अंतर से हार गए, लेकिन उनके कार्यों को देखते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
अनुभव
सामल को है राजनीति का अच्छा अनुभव
सामल अप्रैल 2000 में राज्यसभा सांसद बने थे, लेकिन 2004 में धामनगर से विधायक चुने जाने पर उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
65 वर्षीय सामल के पास विभिन्न विभागों को संभालने का अनुभव है। उन्होंने BJD-भाजपा गठबंधन सरकार में 2004 से 2008 तक राजस्व और खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण जैसे विभाग संभाले थे।
इसके अलावा वह 1999 से 2004 तक और फिर 2023 से अब तक प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
#2
सुरेश पुजारी (पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष)
सामल के अलावा मुख्यमंत्री पद के लिए पूर्व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश पुजारी की उम्मीदवारी की भी चर्चा है।
पुजारी ब्रजराजनगर विधानसभा सीट से बड़े अंतर से जीते हैं। यह उनका पहली विधानसभा चुनाव जीत है।
संबलपुर के मूल निवासी 64 वर्षीय पुजारी पेशे से वकील हैं। वह पहली बार 2019 में बारगढ़ से सांसद चुने गए थे। हालांकि, उससे पहले 5 बार (3 बार ब्रजराजनगर और 2 बार संबलपुर) उन्हें विधानसभा चुनाव में हार मिली थी।
जानकारी
पुजारी 2006 में बने थे प्रदेशाध्यक्ष
1980 में संबलपुर में हिंसक छात्र आंदोलन में एक तेजतर्रार छात्र नेता के रूप में सुर्खियों में आए पुजारी को 2006 में राज्य भाजपा अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। वह ओडिशा के पश्चिमी क्षेत्र से आते हैं, जो भाजपा का गढ़ माना जाता है।
#3
गिरीश मुर्मू (पूर्व IAS)
ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा मुख्यमंत्री के पद के लिए गिरीश मुर्मू के नाम पर भी विचार कर सकती है।
गुजरात कैडर के पूर्व भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (IAS) 65 वर्षीय मुर्मू ओडिशा के मयूरभंज जिले के मूल निवासी हैं।
जब प्रधानमंत्री मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब उन्होंने उनके प्रधान सचिव के रूप में कार्य किया था।
वह वर्तमान में अगस्त 2020 से भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक के रूप में कार्यरत हैं।
अन्य
मुख्यमंत्री पद के लिए इन नामों की भी है चर्चा
मुख्यमंत्री पद के लिए अन्य संभावित उम्मीदवारों में बैजयंत 'जय' पांडा और प्रताप सारागी जैसे वरिष्ठ नेता भी हैं, जो लोकसभा के लिए चुने गए हैं।
पटनागढ़ के पूर्व शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले वरिष्ठ विधायक केवी सिंह देव भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक हैं।
सिंह देव अब छठी बार पटनागढ़ सीट से निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने पिछली BJD-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री के रूप में भी काम किया था।