ओडिशा में 'प्रलय' बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण, जानिए खासियत
ओडिशा के अब्दुल कलाम तट पर मंगलवार को भारत ने सतह से सतह पर मार करने वाली 'प्रलय' बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। मिसाइल का परीक्षण सुबह 9ः50 बजे किया गया। इसे रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। DRDO ने बताया कि मिसाइल ने मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया है। मिसाइल के सफल परीक्षण पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO की सराहना करते हुए उसे बधाई दी है।
मिसाइल की क्या है खास बात?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रलय मिसाइल 350 से 500 किलोमीटर तक सतह से सतह तक मार करने में सक्षम है। यह 500 से 1,000 किलोग्राम भार ले जाने में सक्षम है। रक्षा अधिकारियों का कहना है कि प्रलय मिसाइल की तुलना चीन की डोंग फेंग 12 और रूस की इस्केंडर मिसाइलों से हो सकती है। मिसाइल को चीन से लगती वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) और पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा (LoC) पर तैनाती के लिए विकसित किया गया है।
पाकिस्तान के पास भी है इस रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के पास भी इस रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है। इसके अलावा रूस ने यूक्रेन युद्ध के दौरान इस रेंज की इस्केंडर मिसाइल का उपयोग किया था। बता दें कि एक महीने पहले ही भारतीय वायुसेना ने हवा से लॉन्च की जाने वाली लंबी दूरी की ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का सफल प्ररीक्षण किया था। यह मिसाइल 1,500 किलोमीटर तक अपने लक्ष्य को भेद सकती है। इसका परीक्षण बंगाल की खाड़ी में हुआ था।