ओडिशा में भाजपा और BJD में गठबंधन लगभग तय, जानें किसे कितनी सीटें मिलेंगी
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है। खबर है कि ओडिशा में भाजपा और सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) के बीच गठबंधन को लेकर बातचीत अंतिम दौर में हैं। जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा भी हो सकती है। दोनों पार्टी के नेताओं ने इस संबंध में बयान दिए हैं। कहा जा रहा है कि ये गठबंधन लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनावों के लिए भी होगा।
दोनों पार्टियों में क्या समझौता हुआ?
इंडिया टुडे के मुताबिक, BJD ओडिशा की 13 लोकसभा सीटों पर तो भाजपा 8 सीटों पर उम्मीदवार उतार सकती हैं। राज्य में लोकसभा की 21 सीटें हैं। इसके अलावा विधानसभा चुनाव में 55 सीटों पर भाजपा और बाकी 92 सीटों पर BJD चुनाव लड़ेगी। ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ होने हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में BJD ने 112 और भाजपा ने 23 सीटें जीती थीं। लोकसभा चुनाव में BJD को 12 और भाजपा को 8 सीटें मिली थीं।
दोनों पार्टियों ने की बैठक
गठबंधन पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, ओडिशा भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल और पूर्व केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने बैठक की। ओरम ने कहा कि बैठक में गठबंधन समेत दूसरे मुद्दों पर चर्चा हुई। दूसरी ओर BJD नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के घर पर बैठक की। इसके बाद BJD उपाध्यक्ष देबी प्रसाद मिश्रा ने कहा कि भाजपा के साथ संभावित गठबंधन पर चर्चा हुई है।
प्रधानमंत्री ने की थी पटनायक की प्रशंसा
5 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पटनायक ने एक रैली में सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे की तारीफ की थी। प्रधानमंत्री ने पटनायक को लोकप्रिय बताते हुए उनके पिता और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री बीजू पटनायक को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी थी। दूसरी ओर पटनायक ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने भारत के लिए एक नई दिशा निर्धारित की है और ओडिशा के विकास में भी योगदान दिया है।
11 साल रहा है BJD और भाजपा का गठबंधन
दोनों पार्टियों के बीच पहले भी गठबंधन रहा है। BJD ने 1998 में भाजपा के साथ गठबंधन किया था, जिससे उसे ओडिशा में 3 लोकसभा चुनावों और 2 विधानसभा चुनावों में सफलता मिली। 2009 में दोनों पार्टियों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बन सकी और BJD राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग हो गई। हालांकि, इसके बावजूद दोनों पार्टियां एक-दूसरे की सहयोगी रही हैं। कई मुद्दों पर राज्यसभा-लोकसभा में BJD ने भाजपा के पक्ष में मतदान किया है।